खत्म हो रहीं इंतजार की घड़ियां, पात्रों के बनेंगे राशन कार्ड : अभय सिंह
अपात्रों का कार्ड निरस्त होने पर जरूरतमंदों को मिलेगा हक
सुलतानपुर: व्यवस्था की जा रही है कि लंबे से समय प्रतीक्षा कर रहे पात्रों को राशनकार्ड निर्गत किए जाएं। इसके लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अपात्र कार्ड धारकों की जांच की जा रही है। सक्षम लोग स्वत: अपना कार्ड सरेंडर कर रहे हैं। सार्वजनिक वितरण की व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी है। हर स्तर पर इसकी चेकिग होती है। बावजूद इसके किसी तरह की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। ये बातें जिला पूर्ति अधिकारी अभय सिंह ने बुधवार को दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित प्रश्न पहर कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने दूरभाष के जरिए आए सवालों के जवाब बेबाकी से दिए। प्रस्तुत हैं कुछ प्रमुख सवाल और उनके जवाब.. सवाल-आधार लिंक नहीं हो रहा है। तहसील पर एक व्यक्ति को इसके लिए पैसे भी दिए हैं। कब लिंक होगा?
-अखिलेश दुबे बेलासदा, भदैंया।
-पैसा देना अपराध है। बाहरी व्यक्ति से संपर्क न करें। पूर्ति निरीक्षक से मिलिए और संभव हो तो जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय आएं, समस्या का निराकरण हो जाएगा। सवाल-राशनकार्ड निरस्त कराना चाहते हैं क्या प्रक्रिया है?
-अखिलेश श्रीवास्तव, डिहवा दूबेपुर
-एक आवेदन लिखें, उसमें कारण दर्ज करें कि राशन कार्ड क्यों निरस्त करा रहे हैं। इसे जिला मुख्यालय के आपूर्ति कार्यालय में जमा कर दें। कार्ड निरस्त कर दिया जाएगा।
सवाल-राशनकार्ड नहीं बन रहा है, क्या करें?
-हनुमान प्रसाद मौर्य, करौंदीकला
-जन सुविधा केंद्र पर जाकर आनलाइन आवेदन करें। हार्ड कापी तहसील में जमा करें। पात्र होने पर कार्ड बन जाएगा।
सवाल-नया राशन कार्ड बनवाना है, क्या करें?
-विनोद पांडे, मुस्तफाबाद सरैया, दोस्तपुर
-आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक पासबुक के कागज लेकर आनलाइन आवेदन करें। इन सबकी छायाप्रति तहसील स्थित आपूर्ति कार्यालय में जमा करें। पात्र होने पर कार्ड अवश्य बनेगा।
सवाल-ग्रामीण क्षेत्र में राशन कार्ड बनाने का लक्ष्य पूरा हो गया है, यह कहकर कार्ड नहीं बनाया जा रहा है। समस्या का निराकरण करें।
-रवि प्रकाश सिंह धम्मौर
-दो माह पूर्व नए कार्ड के लक्ष्य पूरे कर लिए गए थे। अब कार्डो के निरस्त होने और तमाम लोगों की ओर से खुद कार्ड सरेंडर किए जाने से नए कार्ड बनाने की व्यवस्था शुरू की गई है।
सवाल-राशन कार्ड में परिवार के नए सदस्यों का नाम जोड़ा जाना है, क्या करें?
-आशुतोष मिश्रा, खालिस डूंगरपुर, दोस्तपुर
-प्रार्थनापत्र लिखकर दीजिए। राशन कार्ड में नया नाम जोड़ने के लिए कोटेदार अंगूठा निशानी पहले लेता है। प्रकिया पूरी करें, नाम जुड़ जाएगा।
सवाल-अंगूठा निशानी पहले लगवा लिया जाता है, राशन नहीं मिलता?
-अमित पांडे पटखौली दुबेपुर
-संबंधित कोटेदार का नाम बताइए, इसकी जांच की जाएगी। ऐसा करने वाले उचित दर विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सवाल-कार्ड कैसे बनता और निरस्त होता है, इसकी प्रक्रिया बताएं।
-वेद प्रकाश, बल्दीराय
-राशन कार्ड बनाने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अलग-अलग नियम हैं। इनकी जानकारी आपको तहसील स्थित कार्यालय से लेकर जिला मुख्यालय तक मिल सकती है। समाचार पत्र के माध्यम से भी राशन कार्ड के लिए सूचनाएं जारी की जाती हैं।
सवाल-राशन कार्ड नया बना है, लेकिन खाद्यान्न नहीं मिल रहा है?
-प्रज्ञा मिश्रा मगरसनकला, कादीपुर
-कार्ड किसके नाम है, इसका विवरण दें। क्या समस्या है, उसे देखा जाएगा। सत्यापन के बाद राशन मिलने लगेगा।
सवाल-कोटेदार एक यूनिट कम राशन देता है, उस पर कार्रवाई करें।
-छोटे लाल अग्रहरि, गोपीनाथपुर लम्भुआ
-कोटेदार का नाम बताएं, आपका प्रकरण नोट कर लिया है। मामले की जांच की जाएगी और दोषी को दंडित किया जाएगा।
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महत्वपूर्ण प्रकरण किए नोट
कार्यक्रम में जिन पाठकों ने महत्वपूर्ण सवाल उठाया और जिनकी समस्याएं गंभीर थीं, जिला पूर्ति अधिकारी ने उन्हें नोट किया। इस दौरान एक सवाल के जवाब में बताया कि अब तक करीब एक हजार कार्ड सरेंडर किए जा चुके हैं। औसतन सौ आवेदन पत्र रोजाना जिला कार्यालय आ रहे हैं।