अधिकारी पर भारी कर्मचारी, खामियाजा भुगत रहे फरियादी
कई कार्यालयों में लटका मिला ताला कर्मी रहे नदारद
रमाकांत बरनवाल, सुलतानपुर: शासन-प्रशासन के निर्देश के बाद अफसरों ने तो कुछ हद तक सुधार कर लिया, लेकिन कर्मी उन पर भारी पड़ रहे हैं। समय से कुर्सी पर न बैठना उनकी आदत में शुमार है। फरियादी आते हैं और इंतजार कर वापस लौट जाते हैं। शिकायत के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होती। दैनिक जागरण ने बुधवार को कादीपुर ब्लाक की पड़ताल की तो हकीकत सामने आई। प्रस्तुत है रिपोर्ट.. समय-सुबह 9.45 बजे।
स्थान-कादीपुर ब्लाक मुख्यालय
खंड विकास अधिकारी पंकज गौतम अपने कक्ष में बैठ कामकाज की समीक्षा करते नजर आए। वे मातहतों को विकास कार्यों में पारदर्शिता व समय के भीतर निपटाने के निर्देश दे रहे थे। लेखाकार योगेंद्र सिंह मौके पर नहीं मिले। उनके कमरे में ताला बंद था। पूछने पर पता चला कि वे किसी कार्य से जिला मुख्यालय गए हैं। समय-सुबह 10.15 बजे।
स्थान- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यालय
कक्ष में बंद ताला
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन कक्ष में ताला बंद था। बगल के कक्ष में स्वयं सहायता समूह प्रबंधक विजय सिंह, सीमा कश्यप, शाजिया बानो समूह की महिलाओं का काम निपटाते मिलीं। सहायक विकास अधिकारी (उद्योग सेवा एवं व्यापार) विमला कनौजिया की कुर्सी खाली थी। समय- सुबह 10.30 बजे
स्थान-अवर अभियंता कार्यालय
फरियादी करते रहे इंतजार
अवर अभियंता ग्रामीण कार्यालय कक्ष में ताला बंद था। कुछ फरियादी इंतजार कर वापस लौट गए। कुछ दफ्तर का ताला खुलने की उम्मीद में बैठे रहे। ग्राम पंचायत अधिकारी रामकुमार यादव कार्यालय में मौजूद रहे। वहीं, एक भी सचिव ब्लाक में नहीं मिले। कर्मी उन्हें खोजते नजर आए। फरियादियों ने बयां की पीड़ा
-भीटी पहाड़पुर निवासी ग्रामीण राम अकबाल ने बताया कि पत्नी का मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाना है। कई दिनों से ब्लाक का चक्कर लगा रहा हूं, सचिव खोजे नहीं मिल रहे हैं। -कादीपुरखुर्द के दिव्यांग रामसूरत मिश्र को ट्राई साइकिल देने के लिए बुलाया गया था। वे कर्मी का इंतजार कर वापस लौट गए। -मकदूमपुर की सुमन परिवार रजिस्टर में नाम बढ़वाने के लिए कई दिनों से सचिव को खोज रही हैं, पर उन्हें निराश होना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि वे सप्ताहभर से ब्लाक आ रही हैं। - बिजेथुआ के ओमप्रकाश मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए सचिव को खोजते नजर आए, लेकिन वह नहीं मिले।
-ग्राम पंचायत सचिवों का गांवों व कार्यालय में उपलब्ध रहने का रोस्टर बन गया है। यदि वे अनुपस्थित रहेंगे तो कार्रवाई होगी। अन्य कर्मियों को भी समय से कार्यालय में बैठने की हिदायत दी गई है।
-पंकज गौतम, खंड विकास अधिकारी