घटते गए सत्र, दूर हो रहा लक्ष्य
एंटी कोरोना वैक्सीन का टोटा टीकाकरण केंद्रों पर उमड़ रही भीड़। करौंदीकलां में नहीं लगी टीके की पहली डोज अन्य सीएचसी पर भी मारामारी।
सुलतानपुर : कोरोना रोधी टीका लगवाना किसी जंग लड़ने से कम नहीं है। वैक्सीन की कमी के चलते टीकाकरण केंद्रों पर उमड़ने वाली भीड़ में ज्यादातर लोगों को बैरंग लौटना पड़ा। वहीं, वैक्सीन की अनुपलब्धता से हंगामे के हालात बनने लगे हैं। भीड़ के अनियंत्रित होने से स्वास्थ्य केंद्रों पर मारामारी की स्थितियां पैदा हो रही हैं। ऐसे में तीसरी लहर से पूर्व सभी को प्रतिरक्षित करने की सरकारी कोशिशें कितनी सार्थक होंगी, यह तो वक्त बताएगा।
चार चरणों का टीकाकरण पूरा करने के बाद पांचवें चरण में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को जुलाई में टीके से आच्छादित करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। एक माह के भीतर 12 लाख 13 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लक्ष्य की प्राप्ति के लिए क्लस्टर अभियान चलाकर हर दिन करीब 40 हजार लोगों को टीका लगाया जाना था। जरूरत के हिसाब से वैक्सीन नहीं मिलने की वजह से शुरू में 25 हजार लोगों को लाभांवित करने का लक्ष्य रखा गया। फिर इसे घटाकर दस हजार कर दिया गया। इसके बाद हर दिन लक्ष्य घटता ही जा रहा है।
वैक्सीन की कमी, नहीं लगा टीका :
शनिवार को भी कई टीकाकरण केंद्रों पर मारामारी के हालात बने रहे। करौंदीकलां स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में पहली डोज लगवाने पहुंचे लोगों को मायूसी का सामना करना पड़ा। यहां, दूसरे डोज के लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। दूबेपुर व मोतिगरपुर सीएचसी में भी टीकाकरण को लेकर हंगामा होता रहा। यहां रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वालों को वापस कर दिया गया। कूरेभार सीएचसी में भी भीड़ एकत्र थी, जिससे स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू होने वाले क्लस्टर कार्यक्रमों की संख्या घटा दी गई है। इससे कादीपुर, पीपी कमैचा व भदैंया सीएचसी में भीड़ देखने को मिली। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एएन राय ने बताया कि मांग के अनुरूप वैक्सीन नहीं मिल पा रही है, जिससे भीड़ बढ़ रही है। दावा किया कि वैक्सीन जल्द मिलने की उम्मीद है।