प्रमुख बाजारों में सर्वाधिक मिल रहे मरीज, स्वास्थ्य परीक्षण भी मुश्किल
सब्जी मंडी गल्ला मंडी नमक मंडी व अन्य बाजारों में में भीड़ पर रोक लगाना मुश्किल हो रहा है। इससे संक्रमण का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है।
सुलतानपुर : कोरोना संक्रमण की जारी रफ्तार से खतरा बरकरार है। समस्याओं व लोगों की जरूरतों को देखते हुए शासन प्रशासन की ओर से दी गई छूट ने लोगों को बेफिक्र कर दिया है। ऐसे में न तो कहीं कोरोना का डर दिख रहा है और न ही महामारी से बचाव के जुगत।
जिले में अब तक कोरोना के 2553 केस सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता व जागरूक लोगों द्वारा एहतियात बरतने का ही नतीजा है कि 1920 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कम लक्षण व युवाओं को होम आइसोलेशन किया गया है, लेकिन वे भी सुरक्षा नियमों का पालन नहीं कर रहे है। संक्रमितों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जांच के लिए डोर टू डोर अभियान चलाया गया। कॉन्टैक्ट ट्रेसिग कर संदिग्ध लोगों की अभी भी पहचान जारी है, लेकिन शासन प्रशासन की मंशा के इतर सुरक्षा संबंधी उपायों को नजर अंदाज किया जा रहा है।
जहां भीड़, वहां आ रहे ज्यादा मरीज : स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी होने वाली रिपोर्ट में अब उन जगहों पर ज्यादा मरीज निकल रहे हैं जहां ज्यादा भीड़भाड़ होती है। सब्जी मंडी, गल्ला मंडी, नमक मंडी, किराना मंडी, चिक मंडी, गुड़ मंडी, चौक, शाहगंज बाजार में प्रतिदिन मरीज सामने आ रहे हैं।
होम आइसोलेशन अवधि पूरा करने के बाद दोबारा जरूर कराएं जांच : जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. मनीष यादव ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले कम लक्षण वाले कुछ मरीज 10 दिन बाद ठीक हो जाते हैं। कुछ संक्रमितों में वायरस लोड 20 दिन तक मौजूद रहता है। ऐसे में इसके संक्रमण की दूसरों में जाने की संभावना बनी रहती है। होम आइसोलेशन अवधि पूरा हो जाने के बाद सार्वजनिक जीवन में लौटने से पूर्व जांच जरूर करा लेनी चाहिए। आइसोलेट लोगों को पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन का लेवल चेक करवाते रहना चाहिए। योग-व्यायाम और घर के भीतर सुबह-शाम टहलना, प्रतिरोधकता बढ़ाने ले लिए काढ़ा पीना और चिकित्सक द्वारा सुझाई गयी दवाओं का सेवन करते रहना चाहिए।