450 मजरों में जर्जर बिजली तारों की जगह लेगा केबल
एल एंड टी कंपनी को दिया गया ठेका जनवरी के आखिर तक काम पूरा करना है।
हरीराम गुप्ता, सुलतानपुर
अक्सर टूटकर गिरने वाले जर्जर विद्युत तारों की जगह अब मोटी केबल लगाने की तैयारी है। योजना पर तेजी से काम शुरू कर दिया गया है। जर्जर तारों से आच्छादित अत्यधिक खतरे वाले पुरवों की पहचान की जा रही है। जनवरी के आखिर तक इस काम को पूरा करने की जिम्मेदारी एल एंड टी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दी गई है।
तकरीबन एक हजार मजरों में तीन से चार दशक पहले खींचे गए विद्युत तार दयनीय हालत में हैं। इनकी बदौलत आपूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए तमाम प्रयास भी किए जा रहे हैं, जो कि नाकाफी साबित हो रहे हैं। कई मर्तबा जर्जर तारों को हटाने की योजना बी बनी, जो कि बजट के अभाव में परवान नहीं चढ़ सकी। ऐसे में इस समस्या को स्थायी तौर पर दूर करने के लिए जर्जर तारों की जगह केबल खींचने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
450 मजरों में खींचा जाएगा केबल : योजना के पहले चरण में असरोगा, बंधुआ कलां, हसनपुर और लम्भुआ समेत कई उपकेंद्रों में केबल खींच दिए गए हैं। प्रयास सफल होने पर अब अन्य स्थानों का चयन किया गया है। दूसरे चरण में कुल 450 पुरवों में केबल लगाए जाएंगे। अधीक्षण अभियंता धीरज सिन्हा ने बताया कि केबल खींचे जाने के बद बिजली चोरी की घटनाओं में कमी आएगी। उपभोक्ताओं को लो-वोल्टेज की समस्या से भी निजात मिल जाएगी। साथ ही करंट प्रवाहित तारों के गिरने से होने वाले हादसों पर भी अंकुश लगेगा।