इंतजाम अधूरे, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध
विधानसभा चुनाव की तिथि निर्धारण के साथ मतदान केंद्रों के नाम तय कर दिए गए लेकिन
सुलतानपुर: विधानसभा चुनाव की तिथि निर्धारण के साथ मतदान केंद्रों के नाम तय कर दिए गए, लेकिन व्यवस्था मुकम्मल नहीं की गई। इससे मतदान के दौरान कर्मियों व मतदाताओं को समस्याओं से रूबरू होना पड़ेगा। कहीं पानी तो कहीं शौचालय की व्यवस्था नहीं है। कुछ जगह दिव्यांगों के लिए बनाया गया रैंप भी बदहाल है। कई केंद्रों पर चहारदीवारी तक नहीं है। पेश है रिपोर्ट..
स्थान- प्राथमिक विद्यालय गंगापुर
यहां पानी की व्यवस्था नहीं है। एक हैंडपंप लगा है, जिससे दूषित पानी निकल रहा है, वह पीने लायक नहीं है। बिजली का कनेक्शन तो हुआ है, लेकिन वायरिग नहीं हो सकी है। विद्यालय की चहारदीवारी भी निर्माणाधीन है। मतदान तक इसके बनने की संभावना कम ही नजर आ रही है।
स्थान-प्राथमिक विद्यालय शुकुलपुर
इस बार विद्यालय को मतदान केंद्र बनाया गया है। यहां भी पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। परिसर में लगा हैंडपंप अर्से से खराब पड़ा है। चहारदीवारी तक नहीं है। शौचालय की स्थिति दयनीय है। परिसर में गंदगी की भरमार है।
स्थान-प्राथमिक विद्यालय बूढ़ापुर
इस मतदान केंद्र में न चहारदीवारी है और न ही यहां तक पहुंचने के लिए समुचित मार्ग। वोट डालने के लिए पगडंडियों का सहारा लेना पड़ता है। शौचालय की दशा भी ठीक नहीं है।
-मतदान से पूर्व सभी समस्याएं दुरुस्त करा ली जाएंगी। संबंधित कर्मियों को इसके लिए दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।
-महेंद्र सिंह, एसडीएम कादीपुर
135 असलहे जमा कराना चुनौती
सुलतानपुर: आचार संहिता लागू हुए 20 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक 135 लाइसेंस धारकों ने शस्त्र नहीं जमा किए हैं। अब इनको जमा कराना पुलिस के लिए चुनौती है।
देहात कोतवाली क्षेत्र में 1026 लोगों के पास असलहे का लाइसेंस है। अब तक 891 लोगों के असलहे जमा हो चुके। अधिकांश व्यापारी, चिकित्सक तथा ठेकेदार जीवन का भय बताकर असलहे जमा नहीं कर रहे। सर्वाधिक 73 लाइसेंसी परऊपुर गांव में हैं। इनमें से 52 के असलहे जमा हो चुके हैं। कोतवाल गौरीशंकर पाल ने बताया कि जो असलहे नहीं जमा हुए, लाइसेंसियों को नोटिस जारी किया जा रहा है।