आलू उत्पादकों को चेतावनी, खाली करें शीतगृह
बीज का दाम नियंत्रित रखने के लिए निर्देश दिए गए। आलू 30 अक्टूबर के बाद कोल्ड स्टोरेज में नहीं रखी जा सकेगा।
सुलतानपुर : आलू की कालाबाजारी और बीज की किल्लत रोकने के लिए शीतगृहों को खाली करने का निर्देश जारी किया गया है। किसी भी दशा में आलू 30 अक्टूबर के बाद कोल्ड स्टोरेज में नहीं रखी जा सकेगा। उद्यान विभाग की ओर से शीतगृह संचालकों को आदेशित किया गया है कि हर हाल में संग्रह करने वालों को उनका आलू दे दिया जाए, जांच के दौरान आलू पाए जाने पर संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
आलू उत्पादन को बढ़ावा देने और बीज का दाम नियंत्रित रखने के लिए शासन से मिले निर्देश के तहत शीतगृहों में भंडारति आलू की निकासी की जा रही है। इस वर्ष सितंबर के अंत तक मानसून वापसी के दौरान भारी वर्षा से आलू की अगेती खेती करने वालों को निराश होना पड़ा है। वहीं, आलू बीज की सरकारी आपूर्ति भी अक्टूबर के मध्य में होने से किसान बुवाई के लिए मंडी में मिल रहे आलू पर आश्रित हैं मनमाने दाम पर बीज की बिक्री नहीं हो इसलिए निकासी अनिवार्य की गई है। ---
54 सौ हेक्टेयर में होती है बुवाई :
आलू उत्पादन में जिला अग्रणी रहता है। बीते साल तकरीबन 54 सौ हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू की बुवाई की गई और एक लाख चार हजार क्विंटल कुल उत्पादन हुआ। इनमें से 7271 मीट्रिक टन आलू जिले के पांच शीतगृहों में भंडारित किया गया है।
---
शुक्रवार को शीतगृहों के चैंबर से आलू की निकासी कर दी गई। निकासी का निरीक्षण किया गया है। सभी शीतगृह पूरी तरह खाली कर दिए गए हैं। यह आलू मंडियों में आने से बिक्री मूल्य कम होने की उम्मीद है।
- आरवी सिंह, जिला उद्यान अधिकारी