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कोरोना से संक्रमित मिले 490 लोग, 60 हुए डिस्चार्ज

लैब व एंटीजन टेस्ट में जिले में कुल 490 नए व्यक्तियों में

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 11:33 PM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 11:33 PM (IST)
कोरोना से संक्रमित मिले 490 लोग, 60 हुए डिस्चार्ज
कोरोना से संक्रमित मिले 490 लोग, 60 हुए डिस्चार्ज

सुलतानपुर: लैब व एंटीजन टेस्ट में जिले में कुल 490 नए व्यक्तियों में कोरोना का संक्रमण पाया गया है। संक्रमित मरीजों को कोविड केयर सेंटर में भर्ती करा दिया गया है। वहीं अधिकांश मरीजों को होम आइसोलेट कर कोविड गाइड लाइन का अनुपालन कराया जा रहा है।

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सीएमओ डॉक्टर डीके त्रिपाठी ने बताया कि संक्रमण की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ रही है, जिसे देखते हुए ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में दो हजार से ज्यादा स्वास्थ्य टीमों को जांच में लगाया गया है। कोविड एलटू अस्पताल में भर्ती 60 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। कोरोना के दूसरे चरण में पाजिटिव पाए जाने वालों की संख्या अब 1945 हो गई है। आइसोलेशन का नहीं किया जा रहा पालन, बढ़ रहा संक्रमण

सुलतानपुर: होम आइसोलेशन व्यवस्था का ठीक ढंग से पालन न होने पर संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। वहीं पंचायत चुनाव में आए मतदान करने अपने घर आए प्रवासियों की भी गांव में जांच पड़ताल न होने से भी दिक्कत दोगुनी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ज्यादा से ज्यादा मरीजों को होम आइसोलेट किए जाने पर ही जोर दिया जा रहा है।

कोरोना की दूसरी लहर में जिले में संक्रमित मरीजों के मिलने की भी संख्या प्रतिदिन तीन सौ के पार हो गई। एल वन, एलटू अस्पताल में डेढ़ सौ बेड की व्यवस्था होने के चलते अधिकांश मरीजों को होम आइसोलेट कर दिया जाता है। मरीज भी होम आइसोलेट किए जाने के ही पक्ष में रहते हैं। अधिकांश संक्रमितों द्वारा घर में शारीरिक दूरी बनाकर कोविड गाइड लाइन का अनुपालन नहीं किया जाता है। शासन के निर्देश पर गांवों में बनाई गई स्थाई समितियों द्वारा भी लापरवाही बरतने वालों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग से साझा नहीं की जाती है, जिससे संक्रमण का फैलाव तेजी से होता है। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिदिन मरीजों की देखभाल कर उनके मूवमेंट पर नजर रखने की जिम्मेदारियों का वहन नहीं किया जाता है।

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संक्रमित मरीज अस्पताल जाने से बचने के लिए होम आइसोलेशन तो हो जाते हैं, लेकिन नियमों का पालन नहीं करते हैं। सर्दी जुकाम, गला खराब होने कोरोना जांच आवश्यक है। रिपोर्ट निगेटिव होने पर भी दवाओं को सेवन करते नजर चाहिए।

डॉ. डीके त्रिपाठी, सीएमओ


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