सुलतानपुर : रसूखदार कास्तकारों और बिचौलियों का धान बिक जा रहा है। वहीं छोटे किसानों को नियम-कानून का हवाला देकर टरकाया जा रहा है। सर्द रातों में किसान क्रय केंद्र पर धान बिक्री के लिए इंतजार करने को मजबूर है। रुपये न होने से सहालग और रबी फसलों के बोआई की चिता भी सता रही है। किसान मजबूरी में बिचौलियों को सस्ते दर पर धान बेच रहे हैं। हालात यह हैं कि 24 दिन में मात्र 4440 क्विंटल धान की खरीद हो सकी है। ऐसे में लक्ष्य पूर्ति पर संशय बना हुआ है।
विकास खंड पीपी कमैचा की विपणन शाखा का क्रय केंद्र खोला गया है। क्रय केंद्र पर किसान दिन भर धान बेचने को लेकर चक्कर लगा रहे हैं। किसानों की मानें तो यहां तैनात विपणन निरीक्षक अशोक कुमार धान लेकर आने वाले किसानों को रजिस्ट्रेशन, खतौनी सत्यापन व मोटा धान बता टरकाते रहते हैं। खरीद शुरु होने के 24 दिन बीतने के बाद महज 97 किसानों से ही धान खरीदा की जा सकी है।
किसानों ने बयां किया दर्द
किसान सतीश मिश्रा कहते है कि एमआई ने धान में नमी की बात कह कर लेने से इंकार कर दिया। अर्जुनपुर के किसान रामसजीवन मखोधर बताते है कि सुबह से आए है अभी तक धान की तौल नहीं कराई गई है, जबकि तीन पिकअप पर अलग अलग धान लदा आया और उसे बिना तौल किए सीधा गोदाम में उतार दिया गया। यह भी आरोप है कि लम्भुआ के मुरली पनियार स्थित खाद्यान्न गोदाम पर बिचौलिए का धान 42 किग्रा की भर्ती में आता है सेटिग के चलते बगैर तौल किए सीधा गोदाम में उतार दिया जाता है।
वर्जन -
जिन किसान का धान खरीदने लायक नहीं है वही लोग आरोप लगा रहे हैं। मैं स्वयं खरीद केंद्रों की मॉनीटरिग कर रहा हूं। शासन की मंशानुसार खरीद हो रही है
सत्यप्रकाश राय, मार्केटिंग अधिकारी लम्भुआ
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इनसेट ..
नहीं पहुंचे आवश्यक उपकरण
सेमरीबाजार : क्षेत्र के सहकारी समिति भीखूपुर पर दो दिन पूर्व जिला प्रशासन द्वारा खोले गए धान क्रय केंद्र पर अभी तक खरीद के लिए आवश्यक उपकरण न नहीं पहुंचे है। सचिव चित्रसेन सिंह ने बताया कि व अपने चार्ज की दूसरी समिति बिरसिंहपुर पर खाद वितरण कर रहे हैं। पीसीएफ प्रबंधक प्रमोद कुमार ने बताया कि क्रय केंद्र को आवश्यक उपकरण जल्द उपलब्ध करा दिए जाएगा।
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