आवश्यकता के लिए सुरक्षित किए गए 330 आक्सीजन कंसनट्रेटर
कोरोना की तीसरी लहर के दौरान आपातकाल की स्थिति में
सुलतानपुर : कोरोना की तीसरी लहर के दौरान आपातकाल की स्थिति में जीवनदायिनी गैस की कमी को पूरा करने के लिए आक्सीजन कंसनट्रेटर की व्यवस्था की जा रही है। जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी पर बनने वाले पीकू वार्ड को कितने आक्सीजन कंसनट्रेटर भेजे जाएंगे, इसका भी खाका तैयार कर लिया गया है। अब तक स्वास्थ्य विभाग के पास 330 आक्सीजन कंसनट्रेटर उपलब्ध हो चुके हैं।
कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण में आक्सीजन की कमी को लेकर मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। मांग के अनुसार आपूर्ति न होने से आक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा था। प्रशासन को अंबेडकरनगर, लखनऊ, प्रयागराज, अयोध्या से काफी मात्रा में सिलिडर मंगाने पड़े थे। बाजार में उपलब्ध आक्सीजन कंसनट्रेटर भी महंगे रेट पर बिक रहे थे। तमाम प्रयास के बाद भी दूसरी लहर में 50 आक्सीजन कंसनट्रेटर की ही व्यवस्था की जा सकी थी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिए दस कंसनट्रेटर
अमेठी की सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की तरफ से भी जरूरत को देखते हुए दस आक्सीजन कंसनट्रेटर जिले के स्वास्थ्य विभाग को सौंपे गए हैं। रेडक्रास सोसायटी समेत अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा भी कई कंसनट्रेटर भेंट किए गए हैं। सीएमओ डा. डीके त्रिपाठी ने बताया कि दस-दस आक्सीजन कंसनट्रेटर सीएचसी व पीएचसी पर बन रहे पीकू वार्ड के लिए भेजे जाएंगे। जिला अस्पताल समेत आइसोलेशन वार्ड के लिए भी इसको सुरक्षित किया जा रहा है।
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क्या है आक्सीजन कंसनट्रेटर
शरीर में आक्सीजन के गिरते लेवल को ठीक करने के लिए यह काफी मददगार यंत्र है। आक्सीजन कंसनट्रेटर हवा में मौजूद अन्य गैस से आक्सीजन को फिल्टर करता है। इसमें एक मोटर लगा होता है जो कि वायुमंडल से हवा ग्रहण करता है और फिर उसे फिल्टर कर आगे भेजता है। नाइट्रोजन को खत्म करने के बाद आक्सीजन कंप्रेस होती है, जिसे साफ पानी से गुजारकर सांस लेने के योग्य बनाया जाता है। यह एक प्रकार का एयर प्यूरिफायर होता है, जिसमें कंप्रेसर, मोटर्स, प्रेशर रेगुलेटर्स, हीट एक्सचेंजर समेत अन्य कंपोनेंट मौजूद होते हैं।