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22 हजार क्विटल धान खरीद की जांच शुरू

जिले के 45 साधन सहकारी समितियों पर हुई धान खरीद के सत्यापन और जांच के लिए खाद्य एवं रसद आयुक्त ने आदेश जारी कर दिया है। जांच के दायरे में करीब 200 किसानों द्वारा बेचा गया 22 हजार क्विटल धान आएगा। जांच अपर जिलाधिकारी द्वारा की जानी है। जांच के आदेश की जानकारी मिलते ही क्रय केंद्र प्रभारियों व मिलरों में हड़कंप की स्थिति देखी जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Mar 2020 06:45 PM (IST)Updated: Sat, 07 Mar 2020 06:03 AM (IST)
22 हजार क्विटल धान खरीद की जांच शुरू
22 हजार क्विटल धान खरीद की जांच शुरू

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले के 45 साधन सहकारी समितियों पर हुई धान खरीद के सत्यापन और जांच के लिए खाद्य एवं रसद आयुक्त ने आदेश जारी कर दिया है। जांच के दायरे में करीब 200 किसानों द्वारा बेचा गया 22 हजार क्विटल धान आएगा। जांच अपर जिलाधिकारी द्वारा की जानी है। जांच के आदेश की जानकारी मिलते ही क्रय केंद्र प्रभारियों व मिलरों में हड़कंप की स्थिति देखी जा रही है।

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जिले में एक नवंबर से शुरू हुई धान खरीद जनवरी के महीने में ही बंद हो गई। जब किसान क्रय केंद्र प्रभारियों से कारण जानने की कोशिश किया तो पता चला कि लक्ष्य से अधिक खरीद हो गई है। यानी 15 जनवरी तक ही खरीद का लक्ष्य पूर्ण हो गया। ऐसे में किसानों ने आरोप लगाया कि खरीद में केंद्र प्रभारियों द्वारा अनियमितता की गई है। केंद्र प्रभारियों व मिलरों की मिलीभगत से लक्ष्य को पूरा कर लिया गया। हालांकि इस बीच कुछ केंद्रों पर खरीद चलती रही। देखते ही देखते 24 जनवरी का समय आ गया। शासन स्तर से पीसीएफ के पोर्टल को 24 जनवरी को बंद कर दिया गया। हालांकि उस दिन जिले के विभिन्न क्रय केंद्रों पर करीब 22 हजार क्विटल धान खरीदा गया। केंद्र प्रभारियों ने क्रय करने के बाद उसे जैसे ही पोर्टल पर आनलाइन करने के लिए खोला तो पता चला कि पोर्टल बंद है। बाद में सत्यापन करके रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई। वहां से स्वीकृति मिली तो किसी तरह से आनलाइन फीडिग हुई। सूत्रों की मानें तो इस मामले में आशंका जतायी गई कि केंद्र प्रभारियों ने पात्र लोगों का धान नहीं खरीद कर अपात्रों का खरीदा है। ऐसे में इस मामले को गंभीरता से लेते हुए खाद्य एवं रसद आयुक्त ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच करने के जिम्मेदारी अपर जिलाधिकारी को दी गई है। जांच के दौरान अधिकारी उन सभी किसानों से पूछताछ कर सकते हैं जिनका धान 24 जनवरी के बाद पीसीएफ के केंद्रों पर खरीदा गया है। ऐसे करीब 200 किसान बताए जा रहे हैं। डिप्टी आरएमओ देवेंद्र सिंह व एआर क्वापरेटिव टीएन सिंह ने भी जांच के आदेश की पुष्टि की।


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