एंबुलेंस के इंतजार में स्ट्रेचर पर तड़पती रही महिला
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग की लापरवाही एक महिला के जान पर आ गई। एंबुलेंस समय से न मिलने पर महिला अधिक रक्तस्राव के कारण अस्पताल के गेट पर दो घंटे तक तड़पती रही। एंबुलेंस के आने पर स्वजनों ने राहत की सांस ली।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग की लापरवाही एक महिला के जान पर आ गई। एंबुलेंस समय से न मिलने पर महिला अधिक रक्तस्राव के कारण अस्पताल के गेट पर दो घंटे तक तड़पती रही। एंबुलेंस के आने पर स्वजनों ने राहत की सांस ली।
ओबरा की रीना गुप्ता (30) की हालत सोमवार की सुबह अत्यधिक खराब हो गई। स्वजन सुबह साढ़े नौ मरीज को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। चिकित्सकों ने स्वास्थ्य जांच कर प्राथमिक उपचार किया और सुबह 10 बजे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। स्वजन डायल 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस की मांग की। मोबाइल फोन पर बताया गया कि कुछ ही देर में एंबुलेंस जिला अस्पताल पहुंच रही है। इसके बाद स्वजन मरीज को स्ट्रेचर से लेकर जिला अस्पताल के मुख्य गेट पर पहुंच गए और एंबुलेंस का इंतजार करने लगे। इस दौरान महिला का रक्तस्राव होता रहा। उसकी देखभाल के लिए जिला अस्पताल की नर्स भी पास में मौजूद रहीं। एंबुलेंस 12 बजे जिला अस्पताल पहुंची। इसके बाद अचेत महिला को वाराणसी ले जाया गया। इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। एंबुलेंसकर्मियों की मनमानी से तमाम लोगों की जान जोखिम में पड़ चुकी है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नेम सिंह ने कहा कि यह गंभीर मामला है। इसकी जांच कराकर रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को भेजी जाएगी। जरूरतमंदों में वितरित किए गए सामान
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : मानवाधिकार सुरक्षा एवं संरक्षण आर्गनाइजेशन की ओर से रविवार को पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रोटी-डे मनाया गया। इस दौरान जरूरतमंदों में सामानों को वितरित किया गया।
अति पिछड़े आदिवासी गांव पाटी, मकरा, बिरोदरपुर में खिचड़ी एवं वस्त्र वितरण का कार्यक्रम हुआ। इसी क्रम में आदिवासी महिलाओं के बीच जिला महामंत्री प्रियंका मौर्या के नेतृत्व में सैनेटरी पैड बांटा गया। इसी तरह मुर्धवा ग्राम पंचायत, रेनुकूट व पिपरी नगर पंचायत में जरूरतमंदों में भोजन का पैकेट वितरित किया गया। इस दौरान सुनील तिवारी, जिलाध्यक्ष संदीप साह, मनोज सिंह, गीता देवी, पुजा सिंह व रवि प्रकाश मौजूद थे।