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तोड़ तो दिया पर कब बनेगी शिक्षा मंदिर की फर्श

दुद्धी ब्लाक के ग्राम पंचायत महुली में तमाम विकास कार्य अब भी अधूरे हैं। स्कूलों के कायाकल्प में भी लापरवाही बरती गई है। तीन परिषदीय विद्यालयों के कमरों की फर्श मरम्मत के लिए तोड़ दी गई लेकिन प्लास्टर नहीं किया गया। बच्चे टूटी फर्श वाले कमरों में पढ़ने को मजबूर हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 04:25 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 04:41 PM (IST)
तोड़ तो दिया पर कब बनेगी शिक्षा मंदिर की फर्श

जागरण संवाददाता, महुली (सोनभद्र) : दुद्धी ब्लाक के ग्राम पंचायत महुली में तमाम विकास कार्य अब भी अधूरे हैं। स्कूलों के कायाकल्प में भी लापरवाही बरती गई है। तीन परिषदीय विद्यालयों के कमरों की फर्श मरम्मत के लिए तोड़ दी गई लेकिन प्लास्टर नहीं किया गया। बच्चे टूटी फर्श वाले कमरों में पढ़ने को मजबूर हैं।

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ग्राम पंचायत महुली में राजनीतिक हस्तियों के साथ यहां के काफी लोग सरकारी विभागों में कार्यरत हैं। ऐसा नहीं है कि पाचं वर्षों में गांव में विकास कार्य नहीं हुआ। कई कार्य हुए हैं लेकिन अब भी कई कामों के पूर्ण होने का इंतजार है। इस गांव में दो जूनियर हाईस्कूल व तीन प्राथमिक विद्यालय हैं। जूनियर हाईस्कूलों का कायाकल्प हो गया लेकिन प्राथमिक विद्यालय महुली प्रथम, प्राथमिक विद्यालय डोमगड़ई टोला समेत तीन स्कूलों का कायाकल्प नहीं हो पाया। तीनों विद्यालयों का फर्श तोड़कर वैसे ही छोड़ दिया गया। फर्श के निर्माण की बारी आई तो धन के अभाव का बहाना बना दिया गया। इस ग्राम पंचायत के वार्ड एक को जोड़ने वाले सड़क का निर्माण 30 वर्ष पहले हुआ था। गिट्टी डाली गई लेकिन उसको सीसी रोड नहीं बनाया गया। इस मद में आया धन भी खर्च हो गया। इसकी वजह से ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्राम पंचायत में घनी आबादी वाले क्षेत्रों में नाली का निर्माण कराया गया है लेकिन नाली खुली है। इससे दुर्गंध फैलती रहती है और मच्छर भी पनप रहे है। नाली में छोटे बच्चे गिरकर कई बार जख्मी हो जाते हैं। गांव में हैंडपंपों की संख्या 109 है लेकिन गर्मी में अधिकतर हैंडपंप पानी छोड़ देते हैं। इससे पेयजल की समस्या खड़ी हो जाती है। हर गर्मी में टैंकर से पानी की सप्लाई की जाती है लेकिन इसके स्थाई निराकरण लिए पहल नहीं की गई। ग्रामीण रमेश कुमार यादव, सेकरार अहमद व विरेंद्र कुमार कन्नौजिया का कहना है कि जब फर्श का निर्माण नहीं कराना था तो उसे तोड़ने की क्या जरूरत थी। पेयजल समस्या से भी ग्रामीणों को राहत नहीं मिली है। सड़क को भी सीसी नहीं किया गया है। धन की कमी से अधूरे रह गए कार्य

निवर्तमान प्रधान सगुनती देवी ने बताया की गांव का चौतरफा विकास किया गया है। सीसी रोड, नाली, पुलिया व स्कूलों का कायाकल्प किया गया है। कुछ स्कूलों में काम शुरू किया गया था लेकिन धन की कमी व कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद कार्य पूर्ण नहीं किया जा सका। मौका मिला तो इस पंचवर्षीय योजना में सभी कार्य पूर्ण करा दिया जाएगा। जनसंख्या व मतदाता

ग्राम पंचायत महुली की जनसंख्या लगभग आठ हजार है। यहां मतदाताओं की संख्या पांच हजार है। पुरूष मतदाताओं की संख्या 21 सौ व महिला मतदाताओं की संख्या 14 सौ है। ग्राम पंचायत की चौहद्दी

ग्राम पंचायत महुली के पूरब में जोरूखाड़, पश्चिम पतरिहा, उत्तर फुलवार व दक्षिण में पोलवा गांव की चौहद्दी है। मत्थे का नंबर गेम-- -109

हैंडपंपों में अधिकतर गर्मी में छोड़ देते हैं पानी, होती है पेयजल किल्लत

-30

वर्ष पहले सड़क पर डाली गई गिट्टी, नहीं किया गया सीसी रोड का निर्माण


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