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गेहूं की कटाई बाधित, अन्नदाता परेशान

कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में हुए लॉकडाउन के चलते जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रबी की तैयार फसलों की कटाई बाधित हो रही है। एक तरफ जहां अन्नदाता बारिश व ओलावृष्टि से परेशान था। वहीं कोरोना वायरस के चलते खेतों में पककर तैयार फसलें की कटाई मजदूरों के न पहुंचने से बाधित हो गई है। जिले में करीब 60 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बुआई की गई है। पहले की बोई गई गेहूं की फसल खेतों में पककर तैयार है। लेकिन कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के वजह से मजदूर

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Apr 2020 05:34 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 05:34 PM (IST)
गेहूं की कटाई बाधित, अन्नदाता परेशान

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में हुए लॉकडाउन के चलते जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रबी की तैयार फसलों की कटाई बाधित हो रही है। एक तरफ जहां अन्नदाता बारिश व ओला से परेशान था। खेतों में पककर तैयार फसलें की कटाई मजदूरों के न पहुंचने से बाधित हो गई है।

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जिले में करीब 60 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बुआई की गई है। पहले की बोई गई गेहूं की फसल खेतों में पककर तैयार है। लेकिन कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के वजह से मजदूर खेत में नहीं जा रहे हैं। हार्वेस्टर तो हैं लेकिन एक साल से रखे होने के चलते उनका कई पार्ट खराब हो गया है। लॉकडाउन के कारण बाहर से उसके खराब पार्ट को नहीं मंगाया जा पा रहा है। कुछ हार्वेस्टर चालक लॉकडाउन की बात कहकर जाने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। इससे फसल की कटाई नहीं हो रही है। अगर किसानों की रबी की फसलों की समय से कटाई नहीं की गई तो इससे उनको काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। हवा चलने से पैदावार होगी प्रभावित

अन्नदाताओं के सामने इस समय विकट समस्या खड़ी हो गई है। कोरोना वायरस के चलते मजदूरों के न मिलने से गेहूं की पककर तैयार फसल खेतों में ही खड़ी है। उप कृषि निदेशक डीके गुप्ता ने बताया कि अगर फसल की समय से कटाई नहीं की गई तो हवा चलने से गेहूं की पैदावार काफी प्रभावित होगी। इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। मजदूर नहीं हो रहे तैयार

ज्यादातर खेतों में गेहूं की फसल पककर तैयार हो चुकी है। कटाई के लिए हास्टर व मजदूरों के न मिलने से अन्नदाताओं के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। नगवां ब्लाक के किसान देवी सिंह, कन्हौरा के रवीन्द्र शुक्ल, चतरा के भोला पांडेय ने बताया कि लॉकडाउन के कारण ना तो कोई हार्वेस्टर आने को तैयार है न मजदूर मिल रहे हैं। इसको लेकर किसान चितित हैं कि कहीं उनकी पकी हुई फसल खेत में ही ना रह जाए। किसानों की चिता इसलिए भी वाजिब दिखती है क्योंकि समय-समय पर मौसम का मिजाज बिगड़ जा रहा है। क्रय केंद्रों पर पसरा सन्नाटा

जिले में एक अप्रैल से गेहूं की खरीद की जानी थी। इसके लिए कुल 68 क्रय केन्द्र बनाए गए थे। लेकिन लॉकडाउन होने के चलते किसानों की फसलों की कटाई न होने से क्रय केन्द्र सुना पड़ा हुआ है। रबी सीजन में फसलों की बुआई(हेक्टेयर में)

फसल हेक्टेयर

गेहूं 60,000

सरसों 5900

जौ 5800

चना 11500

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