ओबरा परियोजना की 11वीं इकाई लाइटअप
बीते 14 अक्टूबर को ओबरा तापीय परियोजना के ब तापघर के केबल गैलरी में लगी आग के कारण बन्द हुई 200 मेगावाट वाली 11वीं इकाई को लाईटप कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : बीते 14 अक्टूबर को ओबरा तापीय परियोजना के ब तापघर के केबिल गैलरी में लगी आग के कारण बंद हुई 200 मेगावाट वाली 11वीं इकाई को लाइटअप कर दिया गया है। रविवार देर शाम को इकाई को ¨सक्रोनाइज कर ग्रिड से जोड़ दिया जाएगा। उसके बाद ओबरा परियोजना की ग्रिड पर सहभागिता बढ़ जाएगी। पिछले कई दिनों से इकाई का टेस्ट लाइटअप किया जा रहा था। इससे पहले शुक्रवार को भी इकाई को लाइटअप कर उसे 15 मेगावाट के लोड पर चलाया गया था। उसके बाद उसे अन्य कई जांच के लिए बंद कर दिया गया था।
परियोजना के अधिकारी व कर्मचारी उक्त इकाई को चालू करने के लिए रात दिन जुटे हुए थे। गौरतलब है कि बीते 14 अक्टूबर को लगी आग में 11 वीं इकाई के 0.4 स्विच गेयर एवं केबिल गैलरी में क्षति पहुंची थी। उत्पादन निगम प्रबंधन द्वारा दिए गए आदेश के तहत इकाई को 120 दिनों में चालू करना था। बहरहाल प्रशासन ने इसे 53 दिनों में लाइटअप कर बड़ी सफलता पाई है। इससे पहले 200 मेगावाट वाली नौवीं और दसवीं इकाइको भी तय समय से पहले चालू कर दिया गया था। परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक एके ¨सह ने बताया कि 11वीं इकाई को 15.55 बजे लाइट अप कर दिया गया है। देर शाम तक इसे ¨सक्रोनाइज कर दिया जाएगा। इसके लिए परियोजना के अधिकारी और कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। ओबरा के उत्पादन में होगी वृद्धि
ओबरा ब तापघर की 200 मेगावाट वाली 11वीं इकाई के शुरू होने पर ओबरा का उत्पादन 500 मेगावाट से ज्यादा हो जाएगा। सम्भावना है कि सोमवार तक इकाई के लोड पर आने से उत्पादन में अपेक्षित वृद्धि हो। फिलहाल ओबरा की चल रही दो इकाइयों से वर्तमान में 345 मेगावाट के करीब उत्पादन हो रहा है। समाचार लिखे जाने तक नौवीं इकाई से 176 मेगावाट तथा दसवीं इकाई से 169 मेगावाट उत्पादन हो रहा था। उधर उत्पादन निगम की ालू इकाइयों से रविवार को कुल 4160 मेगावाट के करीब उत्पादन हो रहा था। जिसमें अनपरा से 2346 मेगावाट, पारीछा से 925, हरदुआगंज से 549 मेगावाट उत्पादन हो रहा था।