हत्या मामले में दो उपनिरीक्षक निलंबित, 14 पर प्राथमिकी
जागरण संवाददाता करमा (सोनभद्र) करमा थाना क्षेत्र के बारी महेवा चक गांव में बुधवार की शाम पीटकर एक अधेड़ को मौत के घाट उतारने व छोटे भाई को जख्मी करने के मामले में लापरवाही के आरोप में करमा थाना के दो उपनिरीक्षकों को निलंबित कर दिया गया। इस मामले में 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है जिसमें तीन अज्ञात हैं।
जागरण संवाददाता, करमा (सोनभद्र) : करमा थाना क्षेत्र के बारी महेवा चक गांव में बुधवार की शाम पीटकर एक अधेड़ को मौत के घाट उतारने व छोटे भाई को जख्मी करने के मामले में लापरवाही के आरोप में करमा थाना के दो उपनिरीक्षकों को निलंबित कर दिया गया। इस मामले में 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है, जिसमें तीन अज्ञात हैं।
बारी महेवा चक गांव में बुधवार की सुबह आठ बजे सड़क पर ब्रेकर पर अनियंत्रित होकर बाइक सवार के गिरने के बाद दो गुटों में माहौल गरमा गया था। इस दौरान मारपीट भी हुई थी, जिसमें आरोपितों की तरफ से एक व्यक्ति का सिर भी फट गया। मारपीट में अखिलेश कुमार (50) व राकेश कुमार (45) पुत्रगण ने राजेंद्र प्रसाद भी शामिल थी। सुबह हुई घटना में करमा पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर लिया। पुलिस सुबह हुई घटना के बाद गांव में पहुंची ही नहीं। यहीं से शुरू हुई रंजिश बुधवार की रात हत्या का कारण बन गई। एनसीआर दर्ज कर चुप्पी साध लेने के मामले में करमा के उपनिरीक्षक गंगाधर मौर्य व रामकृत राम को निलंबित किया गया है। यदि सुबह पुलिस मौके पर पहुंचती और दोनों पक्षों को गिरफ्तार करती तो देर शाम अखिलेश की हत्या नहीं होती।
बता दें कि ब्रेकर को लेकर उपजे विवाद को लेकर अखिलेश कुमार व उसके छोटे भाई राकेश कुमार को उसकी के घर में दरवाजा तोड़कर घुसे आरोपितों ने लाठी से पीटकर जख्मी कर दिया था। जिसमें अखिलेश की मौत हो गई थी जबकि राकेश कुमार गंभीर रूप से घायल हुआ है। इस मामले में पुलिस ने मृतक के भाई देवकांत मौर्य की तहरीर पर 11 लोगों के खिलाफ नामजद व तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है। शोक में बंद रहीं दुकानें
ब्रेकर को लेकर अखिलेश की हुई हत्या के चलते करमा के पगिया रोड पर स्थित दुकानें गुरुवार को बंद रही। अखिलेश की बिल्डिग मैटेरियल की दुकान पगिया रोड पर ही स्थित है, जिसकी वजह से शोकाकुल दुकानदारों ने दुकानें बंद कर शोक व्यक्त किया।