ट्रकों की शुरू हुई जांच तो 4 किमी लग गया जाम, किया प्रदर्शन
राजस्व खनिज व एआरटीओ की संयुक्त टीम ने लोढ़ी स्थित टोल प्लाजा में वाहनों की जांच शुरू की तो मारकुंडी तक गिट्टी व बालू लदे ट्रकों का रेला लग गया। जांच के कारण वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग का एक लेन पर करीब चार किमी लंबा जाम लग गया। जाम के कारण यात्री वाहनों को समस्याओं का सामना करना पड़ा।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : राजस्व, खनिज व एआरटीओ की संयुक्त टीम ने लोढ़ी स्थित टोल प्लाजा में वाहनों की जांच शुरू की तो मारकुंडी तक गिट्टी व बालू लदे ट्रकों का रेला लग गया। जांच के कारण वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग का एक लेन पर करीब चार किमी लंबा जाम लग गया। जाम के कारण यात्री वाहनों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। कई यात्री भीषण गर्मी में पेयजल के लिए परेशान दिखे। वहीं दूसरी ओर नियम के साथ वाहनों का संचालन कर रहे ट्रक चालकों को भी पास न होने पर वह शनिवार की दोपहर आक्रोशित हो उठे। ट्रक चालक व मालिकों ने अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगा प्रदर्शन किया। मामला बिगड़ता देख उच्चाधिकारियों ने हस्तक्षेप कर समस्या का समाधान कराया। वहीं करीब चार घंटे बाद आवागमन को सुगम किया गया। इस जाम की वजह से झारखंड, छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश के वाहनों को आने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। जिलाधिकारी के निर्देश पर ओवरलोड व बिना परमिट ट्रकों की जांच शुरू हुई है। जिले में ओवरलोड वाहनों का संचालन न हो इसके लिए खनिज, परिवहन व पुलिस विभाग की टीम को लगाया गया है। उन्होंने निर्देशित किया है कि किसी भी सूरत में ओवरलोड ट्रकों का संचालन जिले से न हो। लगाया वसूली का आरोप
ट्रक संचालकों ने टोल प्लाजा पर जाम लगा खनन विभाग पर जबरिया पैसा लेने का आरोप लगाया। कहा कि खनन बैरियर पर बिना पैसे दिए गाड़ी को पास नहीं होने दिया जाता है। इसके कारण उन लोगों को तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। चालक सुरेश, पंकज, राहुल ने कहा कि सभी वैध कागजात होने के बाद भी खनन बैरियर पर जांच के नाम पर उन लोगों को आए दिन परेशान किया जाता है। जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पुरे मामले की जांच की मांग की है। ओवरलोड वाहनों पर होगी सख्ती
जाम की सूचना पर संबंधितों को निर्देशित किया गया था। जिले में ओवरलोड व बिना परमिट के वाहनों का संचालन न हो इसके लिए सख्ती से जांच की जाएगी। जांच के दौरान सड़क पर जाम न हो इसके लिए मुकम्मल व्यवस्था जल्द होगी। डा. के एस पांडेय, सदर एसडीएम।