फीडर वायर गिरने से चार घंटे तक ट्रेनों का संचालन रहा ठप
जागरण संवाददाता ओबरा (सोनभद्र) पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल के चोपन सेक्शन में शनिवार।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल के चोपन सेक्शन में शनिवार की सुबह फीडर वायर में हुई दिक्कत के कारण चार घंटे तक इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन ठप रहा। ओबरा डैम रेलवे स्टेशन के पास फीडर वायर के गिरने के कारण शक्तिपुंज एक्सप्रेस सहित आधा दर्जन से ज्यादा मालगाड़ियां नगर उटारी-सिगरौली रेलमार्ग पर खड़ीं रहीं। फीडर वायर गिरने के कारण ओबरा जलविद्युत घर से आने वाली 132 केवीए लाइन भी ट्रिप कर गई।
शनिवार सुबह 7.14 बजे के करीब ओबरा डैम रेलवे स्टेशन के पास मुख्य फीडर वायर टूट कर गिर गया। इसके कारण चोपन-सिगरौली एवं चोपन-गढ़वा रेलमार्ग से गुजर रहीं ट्रेनें जहां-तहां खड़ीं हो गईं। सबसे ज्यादा दिक्कत शक्तिपुंज एक्सप्रेस के यात्रियों को हुई। जबलपुर से हाबड़ा जा रही शक्तिपुंज एक्सप्रेस मिर्चाधुरी रेलवे स्टेशन के पास करीब 50 मिनट तक खड़ी रही। इसके अलावा पटना से सिगरौली जा रही पलामू लिक एक्सप्रेस ओबरा डैम और फफराकुंड रेलवे स्टेशनों के बीच खड़ी रही। उधर, गुरुमुरा और सलईबनवा रेलवे स्टेशनों के बीच खड़ी एक मालगाड़ी को चोपन से डीजल इंजन भेजकर रेलमार्ग को खाली कराया गया। बहरहाल सुबह 11 बजे तक रेलवे के विद्युत इकाई टीम ने फीडर वायर को जोड़ दिया। इसके बाद ट्रेनों का संचालन पुन: शुरू हो गया। ओबरा जलविद्युत घर के अधिशासी अभियंता इ. महेश गौतम ने बताया कि रेलवे के फीडर वायर में दिक्कत के कारण 132 केवीए लाइन ट्रिप हुई थी जिसे बहाल कर दिया गया है। ओबरा टीएसएस पर भारी दबाब
पिछले वर्ष चोपन सेक्शन में शुरू हुई इलेक्ट्रिक ट्रेनों के संचालन का पूरा दबाब ओबरा कर्षण उपकेंद्र (टीएसएस) पर पड़ रहा है। वर्तमान में गढ़वा से वाया चोपन होते हुए सिगरौली जाने वाले रेलमार्ग के बड़े हिस्से को ओबरा टीएसएस से ही विद्युत आपूर्ति की जा रही है। इसके कारण लाइनों पर भारी दबाब पड़ रहा है। इसका सीधा असर फीडर वायर पर पड़ रहा है। दरअसल, देश में सबसे ज्यादा व्यस्त मालवाहक रेलमार्ग में एक गढ़वा रोड-चोपन-सिगरौली रेलखंड को 25 केवी क्षमता के चार विद्युत उपकेंद्रों से विद्युत आपूर्ति होती है। ये उपकेंद्र प्रत्येक 50 किलोमीटर पर नगर उटारी, रेणुकूट, ओबरा एवं सिगरौली में बनाया जा रहा है। इनमें ओबरा और रेणुकूट के विद्युत उपकेंद्र का निर्माण पूरा हो गया है लेकिन फिलहाल ओबरा से ही विद्युत आपूर्ति हो पा रही है।
शनिवार सुबह सवा सात बजे के करीब फीडर वायर में दिक्कत की वजह से ट्रेनों का संचालन ठप हुआ। उसकी मरम्मत के बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। रेणुकूट में बनाए गए विद्युत उपकेंद्र से दो-तीन दिनों के अंदर विद्युत आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
-इ. ईश्वर कुमार, सहायक अभियंता (रेल विद्युत)