तहसील-रजिस्ट्री दफ्तर के दो अफसरों पर शिकंजा
जागरण संवाददाता सोनभद्र राजकीय मेडिकल कालेज के भूमि मामले में जल्द ही तहसील व रजिस्ट्री कार्यालय के दो अधिकारियों पर कार्यवाही का शिकंजा कस सकता है। डीएम की जांच में प्राथमिक रूप से इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। प्रशासन ने इस मामले का सूत्रधार लेखपाल को मानते हुए उसके खिलाफ भी सबूत जुटाए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : राजकीय मेडिकल कालेज के भूमि मामले में जल्द ही तहसील व रजिस्ट्री कार्यालय के दो अधिकारियों पर कार्रवाई होना लगभग तय है। डीएम की जांच में प्राथमिक रूप से अधिकारियों के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिले हैं। प्रशासन ने इस मामले का सूत्रधार लेखपाल को मानते हुए उसके खिलाफ भी सुबूत जुटाए जा रहे हैं। राबर्ट्सगंज तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत रौप में भूमि घोटाले का खुलासा तब हुआ जब तीन लोगों ने अफसरों को सूचना दी कि उनकी भूमि का भी राजकीय मेडिकल कालेज खोलने के लिए राज्य सरकार के पक्ष में बैनामा करा दिया गया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी ने मामले की जांच की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। खुलासा हुआ कि तीन ऐसे लोगों की भूमि का भी राज्य सरकार के पक्ष में रजिस्ट्री करा दी गई, जिनकी जमीन पहले ही बेची गई थी। इसमें एक व्यक्ति की भूमि का दाखिल खारिज भी हो चुका है। लेखपाल ने तीनों व्यक्तियों की भूमि को प्रधान राजकुमार की बताते हुए रिपोर्ट भेज दी। जिलाधिकारी एस राजलिगम ने शुक्रवार को बताया कि प्राथमिक जांच में लेखपाल के साथ ही सदर तहसील व रजिस्ट्री कार्यालय के एक-एक अधिकारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजा जा रहा है। इधर, पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बताया कि पुलिस की जांच में परत दर परत मामले का खुलासा हो रहा है। इसमें हर दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के साथ ही उनकी गिरफ्तारी भी होगी।
बतादें कि इस मामले के खुलासे के बाद लेखपाल विष्णु दुबे को निलंबित कर दिया गया है और रौप के प्रधान राजकुमार व उसकी पत्नी के खिलाफ राबर्ट्सगंज कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।