ओबरा परियोजना के अधीक्षण अभियंता निलंबित
ओबरा तापीय परियोजना के ब तापघर के केबल गैलरी में विगत माह 14 अक्टूबर को लगी आग की घटना में दंडात्मक कार्यवाही शुरू हो गयी है।
जासं, ओबरा (सोनभद्र) : ओबरा तापीय परियोजना के ब तापघर की केबिल गैलरी में गतमाह 14 अक्टूबर को लगी आग के मामले में परियोजना के अधीक्षण अभियंता (मुख्यालय) इं.सुरेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक सेंथिल पांडियन सी ने की है। प्रबंध निदेशक ने अपने आदेश में कहा है कि इं.सुरेश द्वारा केबिल गैलरी में फायर फाइ¨टग सिस्टम लगाए जाने जैसे प्रकरण में अपने कर्तव्य एवं दायित्वों का भली-भांति निर्वहन न करने पर प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। फिलहाल उन्हें अनपरा तापीय परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय से संबंध कर दिया गया है। अग्निकांड के बाद प्रबंध निदेशक द्वारा बनाई गई तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने इं.सुरेश के निलंबन के लिए इसी वर्ष दो फरवरी को परियोजना के अग्नि नियंत्रण एवं सुरक्षा खंड के अधिशासी अभियंता द्वारा भेजे गए एक प्रस्ताव को भी आधार बनाया है। जिसमें ब तापघर की केबिल गैलरी में फायर प्रोटेक्शन प्रणाली लगाने का अनुरोध किया गया था। उक्त प्रस्ताव को सुरेश ने वापस कर दिया था। प्रबंध निदेशक की कार्रवाई के बाद परियोजना में हड़कंप मच गया है। साथ ही कार्रवाई को लेकर कई सवाल भी उठने लगे हैं। सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा ब तापघर की इकाइयों को 2022 में बंद करने की योजना है। सूत्रों के अनुसार केबिल गैलरी में फायर प्रोटेक्शन प्रणाली लगाने में लगभग 34 करोड़ का खर्च होता। जिसको देखते हुए इं.सुरेश ने अगले कुछ वर्षों में इकाई के बंद होने की संभावना को देखते हुए उक्त प्रस्ताव को वापस कर दिया था।