जिला पंचायत चुनाव में सपा ने मारी बाजी, भाजपा भी रेस में
जागरण संवाददाता सोनभद्र त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई चौकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। प्र
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई चौकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। प्रमुख सियासी दलों को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। कई दिग्गज चुनाव मैदान में धराशायी हो गए हैं। उनके या उनकी पत्नियों के मुकाबले चुनावी मैदान में मतदाताओं ने नए चेहरे को तवज्जो दी है। इस हार से दिग्गजों की साख पर बट्टा नहीं लगा बल्कि जनता के बीच उनकी पैठ की भी पोल खुल गई जो आगामी चुनावों में उनके कद को तय करेगी।
प्रशासनिक लापरवाही के बीच मतगणना के तीसरे दिन मंगलवार शाम तक विजेताओं को प्रमाण पत्र तो नहीं मिल सका, हां लेकिन जीत का आंकड़ा साफ जरूर हो गया। 31 सीट वाले जिला पंचायत सदस्य के मतदान में इस बार 12 सीटों पर समाजवादी पार्टी के समर्थित प्रत्याशियों ने जीत दर्ज किया। वहीं सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी के छह समर्थित प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। अपना दल के दो समर्थित प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की, जिसमें सबसे प्रमुख चेहरा दुद्धी विधायक हरीराम चेरो की पुत्रवधू रहीं। उन्हें भविष्य में जिला पंचायत अध्यक्ष पद का सबसे प्रमुख दावेदार के रूम में लोग देखना शुरू कर दिया है। इसके पीछे प्रमुख कारण भाजपा के सबसे प्रमुख चेहरा मूर्तया से चुनाव लड़ रही प्रत्याशी सीमा सिंह का निर्दल प्रत्याशी के हाथों मिली हार बन सकता है। बहरहाल राजनीति के अखाड़े में क्या होगा यह भविष्य के गर्त में है। कांग्रेस का इस बार भी जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव में खाता नहीं खुल सका है। नौ निर्दल प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है, जो अध्यक्ष पद के लिए निर्णायक साबित होने वाले हैं। बसपा के खाते में भी दो सीट गई है। मतगणना की सुचिता पर उठने लगे सवाल
मतगणना के कार्य को जिला प्रशासन ने राज्य चुनाव आयोग के निर्देश के तहत पालन नहीं कर सका। मंगलवार देर शाम तक अधिकांश जीते हुए प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र नहीं दिया गया। जिला पंचायत सदस्य मतगणना के आरओ इसको लेकर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। उन्होंने बस इतना बताया कि मतगणना का कार्य पूरा हो गया है, जल्द ही प्रमाण पत्र दिया जाएगा। हालांकि जनता ने कई निर्दलीय उम्मीदवारों पर भरोसा जताकर सियासी पंडितों को चौंका दिया है।