बागवानी व वाटर शेड योजना शुरू
जागरण संवाददाता सोनभद्र नाबार्ड व आर्यावर्त बैंक के संयुक्त नेतृत्व में बुधवार को बागवानी व वाट।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : नाबार्ड व आर्यावर्त बैंक के संयुक्त नेतृत्व में बुधवार को बागवानी व वाटर शेड योजना का शुभारंभ किया गया। इस दौरान योजना के समझौता पत्र पर नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक शंकर ए पांडेय व आर्यावर्त बैंक के चेयरमैन एसबी सिंह ने हस्ताक्षर किया।
योजना के तहत जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में जिस गांव में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के नागरिकों की आबादी 50 फीसद से अधिक होगी, उन आदिवासी बाहुल्य गांवों में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक व आर्यावर्त बैंक द्वारा वित्तीय मदद दी जाएगी। इस योजना का मूल उद्देश्य बारी-बागवानी लगवाते हुए स्थानीय नागरिकों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है। नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक शंकर ए पाींडेय व आर्यावर्त बैंक के चेयरमैन एसबी सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि नाबार्ड व आर्यावर्त बैंक की जिले की सभी 22 शाखाओं के माध्यम से आदिवासी बाहुल्य गांवों में बागवानी तथा वाटरशेड योजना को मूर्त रूप दिया जाएगा। बताया कि जिले की आबादी लगभग 18 लाख 62 हजार है। इसमें अनुसूचित जाति के 22.64 प्रतिशत व अनुसूचित जनजाति के 20.67 प्रतिशत है। बागवानी योजना के तहत 5 हजार 845 परिवारों को लाभान्वित किया गया है और आगे भी प्रयास है। इसके अलावा नाबार्ड और आर्यावर्त के संयुक्त प्रयास से जिले के अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के 76 हजार से अधिक परिवारों को लाभान्वित किया जाय। उन्होंने कहा कि बागवानी योजना के तहत फलदार पौधे अनुसूचित जाति व जनजाति के पात्र नागरिकों के जमीनों पर वित्तीय मदद करके लगवाकर यह लक्ष्य निर्धारित किया जा रहा है। लगभग 7 साल पौधों की देखभाल करने के बाद फलदार वृक्षों से उत्पादित होने वाले फलों की आमदनी से अनुसूचित जाति व जनजाति परिवारों में आत्मनिर्भरता आयेगी। उन्होंने बताया कि वाटरशेड योजना के तहत जिले में चार हजार 287 परिवारों को लाभान्वित करते हुए 8 हजार 370 हेक्टेयर को आच्छादित किया गया है। आर्यावर्त बैंक की जिले में 24 शाखाओं के माध्यम से लगभग 350 गांवों में योजना क्रियाशील है। इसमें एस. श्रीनाथ, ओपी गंगवार, एसके तिवारी, पंकज कुमार, विनोद कुमार, राजेश कुमार, मुकेश कुमार, चंदन शुक्ला आदि रहे।