जिला प्रोबेशन अधिकारी समेत दस का रोका वेतन
सरकारी कार्यालयों में अफसरों की लेटलतीफी अब खुलकर सामने आने लगी है। बुधवार को अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने जिला प्रोबेशन कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी समेत कुल दस कर्मचारी अनुपस्थित मिले जबकि पांच कर्मचारी उपस्थित रहे। एडीएम ने
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : सरकारी कार्यालयों में अफसरों की लेटलतीफी अब खुलकर सामने आने लगी है। बुधवार को अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने जिला प्रोबेशन कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी समेत कुल दस कर्मचारी अनुपस्थित मिले, जबकि पांच कर्मचारी उपस्थित रहे। एडीएम ने जिला प्रोबेशन अधिकारी अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन समेत सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। एडीएम के औचक निरीक्षण से विभाग में अफरा-तफरी मचा रहा।
एडीएम योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में अधिकारियों व कर्मचारियों के अक्सर विलंब से कार्यालय में आने की सूचना मिल रही थी। जिसके क्रम में बुधवार को सुबह दस बजे कार्यालय का निरीक्षण किया गया तो नजारा वाकई दंग करने वाला रहा। श्री सिंह ने बताया कि कुल 15 कर्मचारियों वाले दफ्तर में जिला प्रोबेशन अधिकारी समेत दस कर्मचारी अनुपस्थित रहे। बताया कि सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। चेतावनी देते हुए कहा कि अगर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई सुनिश्चित किया जाएगा।
यह रहे अनुपस्थित
जिला प्रोबेशन अधिकारी अमरेंद्र पौत्स्यायन, महिला कल्याण अधिकारी नीतू यति, जिला समन्वयक साधना मिश्रा व सीमा द्विवेदी, परामर्श दाता सुधीर कुमार शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता बाल संरक्षण इकाई रोमी पाठक व वीणा राव। आउटरीच कार्यकर्ता विजय कुमार, कनिष्ठ सहायक रजनीश श्रीवास्तव व कम्प्यूटर आपरेटर बाबू अहमद अनुपस्थित मिले।
यह रहे उपस्थित
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजपति बिद, कनिष्ठ सहायक गोपाल प्रसाद, कम्प्यूटर आपरेट रवीता मौर्या, आंकड़ा लिपिक विपिन कुमार व शेषमणि दुबे उपस्थित मिले।