थरी घाटी में सड़क निर्माण से दूर होगी दुर्गमता
चोपन ब्लाक के रेणुकापार का बड़ा हिस्सा आज भी दुर्गमता का शिकार रहा है। कई घाटियों की वजह से आदिवासी बाहुल्य आबादी को लम्बा और पैदल सफर तय करना म•ाबूरी है।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : जुगैल ग्राम पंचायत में स्थित थरी घाटी भी सदियों से ग्रामीणों के जिला मुख्यालय आने में बड़ी बाधा रही है। इस बाधा को दूर करने के लिए सड़क निर्माण की कवायद शुरू हो गई है। सोमवार को ओबरा विधायक संजीव गोंड़ ने सड़क निर्माण का विधि-विधान से शुभारम्भ किया।
विधायक ने पूजा अर्चना के बाद जेसीबी मशीन को घाटी के लिए रवाना किया। फिलहाल मशीनों द्वारा मिट्टी काटने के साथ समतलीकरण का कार्य सम्पन्न होगा। इसके बाद पक्कीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी। विधायक ने बताया कि दशकों से वे स्वयं थरी घाटी के कारण होने वाली मुसीबतों से परिचित रहे हैं। वे इस घाटी के कारण ग्रामीणों को आवागमन में होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए नए मार्ग का निर्माण कराया जा रहा है। बताया कि इस मार्ग के बनने से हसरा, बुट्टी, चाडम, पुसरेव एवं बेलगढ़ी सहित मध्यप्रदेश की सीमा से सटे दर्जनों टोलों तक पहुंचने में काफी आसानी होगी। इस मार्ग के निर्माण से पांच से आठ किलोमीटर की कम यात्रा कई टोलों के ग्रामीणों को करनी पड़ेगी। कन्हरा में विजुल नदी पर बनेगा पुल
मानसून सत्र के दौरान जिला मुख्यालय से कटने वाले कन्हरा में सेतु निगम द्वारा विजुल नदी पर पुल बनाया जाएगा। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या से भेंट करने के बाद ओबरा विधायक संजीव गोंड़ ने यह बात दैनिक जागरण को बतायी। बताया कि अभी तक एक पुल के आभाव के कारण भारी मुसीबत झेल रहे कन्हरा निवासियों की समस्याओं से उप मुख्यमंत्री को बताया गया। इस संबंध में पूर्व में ही प्रस्ताव दिया जा चुका है। उत्तर प्रदेश सेतु निगम द्वारा जल्द ही पुल के सम्बंध में तकनीकि जानकारी एकत्रित कर पूर्ण प्रस्ताव बनाया जाएगा। इसके लिए वे सेतु निगम के सम्पर्क में हैं।