जनता की मूलभूत समस्याओं को सीएसआर मद से करें दूर
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : सामाजिक नैगमिक दायित्व (सीएसआर) के तहत जिले में स्थापित औद्योगिक इकाईयां अपने उत्पादन एरिया से हटकर अन्य क्षेत्रों में भी नागरिकों को सुविधाएं मुहैया कराएं। तभी सीएसआर की सार्थकता सिद्ध होगी। शिक्षा, चिकित्सा व पोषण के क्षेत्र को मजबूत करने के लिए औद्योगिक इकाईयों को मूलभूत आवश्यकताओं व मरम्मत आदि का कार्य कराएं।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : सामाजिक नैगमिक दायित्व (सीएसआर) के तहत जिले में स्थापित औद्योगिक इकाइयां अपने उत्पादन एरिया से हटकर अन्य क्षेत्रों में भी नागरिकों को सुविधाएं मुहैया कराएं। तभी सीएसआर की सार्थकता सिद्ध होगी। शिक्षा, चिकित्सा व पोषण के क्षेत्र को मजबूत करने के लिए औद्योगिक इकाइयां मूलभूत आवश्यकताओं व मरम्मत आदि का भी कार्य कराएं। यह बातें मुख्य विकास अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सीएसआर के कार्यों की समीक्षा करते हुए कही।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि औद्योगिक संस्थानों को आवंटित कार्य को इकाइयां समयबद्ध तरीके से पूरा करें। पर्यावरण संरक्षण के संबंध में प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुरूप मानकों को पूरा करने का निर्देश औद्योगिक इकाइयों को देते हुए कहा कि हरहाल में पर्यावरण के संरक्षण के मानकों को पूरा किया जाए। अपने-अपने निर्धारित मद से जिले के उत्थान के लिए सामाजिक क्षेत्र में बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार के लिए कार्ययोजना तैयार करके उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाय। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत जिले के सोन स्वावलम्बन के तहत तैयार किये गये उत्पादों को औद्योगिक इकाइयां मार्के¨टग में सहयोग करें। ताकि स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किये गये उत्पादों को बाजारों में आसानी से बेचा जा सके। उन्होंने जिले में पर्यटन विकास पर भी जोर देते हुए कहा कि जिले में काफी टेबल बनाकर पर्यटन का व्यापक प्रचार-प्रसार करके नागरिकों को आकर्षित किया जाय। इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एसपी ¨सह, बीएसए डा. गोरखनाथ पटेल, उपायुक्त जिला उद्योग केन्द्र योगेंद्र खरवार आदि रहे।