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जनजाति सुरक्षा मंच के जिला संयोजक बने रामविचार

लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में शुक्रवार को क्षेत्रीय आदिवासी वनवासी प्रतिनिधियों की बैठक कर जनजाति सुरक्षा मंच का गठन किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 07:43 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 06:04 AM (IST)
जनजाति सुरक्षा मंच के जिला संयोजक बने रामविचार
जनजाति सुरक्षा मंच के जिला संयोजक बने रामविचार

जासं, दुद्धी (सोनभद्र) : लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में शुक्रवार को क्षेत्रीय आदिवासी वनवासी प्रतिनिधियों की बैठक हुई। इस जनजाति सुरक्षा मंच का गठन किया गया। ओबरा विधायक संजय गोंड़ की मौजूदगी में उपस्थिति जनों ने स्वजातीय एकता के लिए सर्व सम्मति से राम विचार टेकाम को जिला संयोजक मनोनीत किया।

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ओबरा विधायक एवं आदिवासी नेता संजीव गोंड़ ने कहा कि इस क्षेत्र में राज करने वाला आदिवासी समाज आज अपनी पहचान खोता जा रहा है। वो कहीं लोगों के छल का शिकार हो रहा है तो कहीं खुद ही दुनियावी चकाचौंध में फंसकर अपनी सभ्यता व संस्कृति से दूर होता चला जा रहा है। हमारे पूर्वजों ने बहुत ही संघर्ष किया है तब जाकर आज हमें यह मुकाम मिली है। उसे हमें बनाये रखने और आगे बढ़ाने की जरूरत है। सरकार ने आदिवासियों एवं जनजातियों के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जिनका लाभ हमें अपने समाज को दिलाने के लिये जागरूक लोगों को आगे आना होगा।इसके साथ ही समाज को नशामुक्त कर,साक्षर बनाने की दिशा में काम करना होगा। उन्होंने आदिवासी समाज की सभ्यता एवं संस्कृति की सुरक्षा की वकालत करते हुए तत्काल एक मंच के गठन पर जोर दिया। इसका आदिवासी जनप्रतिनिधियों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। अन्य वक्ताओं ने भी आदिवासी समाज के उत्थान की बात कही। इसमें आनंद, ओमप्रकाश, जीत सिंह खरवार, रामनारायण नेटी, देवता सिंह, शिवप्रसाद, रवीन्द्र, रेखा देवी, हृदयनारायण गोंड़, महेंद्र प्रताप, उदित नारायण मरकाम, मनोज सिंह, मोनू सिंह आदि थे।


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