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बिजली की मांग में भारी कमी

पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के बड़े हिस्सों में लगातार हो रही बारिश की वजह से बिजली की मांग में भारी कमी आई है। पिछले एक सप्ताह में ही बिजली की मांग में छह हजार मेगावाट तक की कमी आई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Sep 2019 07:15 PM (IST)Updated: Sat, 28 Sep 2019 06:27 AM (IST)
बिजली की मांग में भारी कमी
बिजली की मांग में भारी कमी

जासं, ओबरा (सोनभद्र) : पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के बड़े हिस्सों में लगातार हो रही बारिश की वजह से बिजली की मांग में भारी कमी आई है। पिछले एक सप्ताह में ही बिजली की मांग में छह  हजार मेगावाट तक की कमी आई है, जिसके कारण तमाम परियोजनाओं में थर्मल बैकिग कराई जा रही है। गुरुवार को  पीक आवर में अधिकतम प्रतिबंधित  मांग  घटकर 14,746 मेगावाट तक कम हो गयी।

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यही नही न्यूनतम  मांग  भी 11,893 मेगावाट तक लुढ़क गयी। शुक्रवार को भी दिन में 11 बजे प्रतिबंधित  मांग  10,395 मेगावाट के करीब थी। तापमान के ज्यादातर क्षेत्रों में 35 डिग्री सेल्सियस से कम होने की वजह से  मांग  में कमी हुयी है। मांग की कमी से ऊर्जा निगमों ने राहत की सांस ली है। मांग की कमी की वजह से उत्पादन निगम सहित निजी बिजली घरों से काफी उत्पादन कम कराया गया है। समाचार लिखे जाने तक उत्पादन निगम की चालू इकाइयों से मात्र 2329 मेगावाट तथा निजी बिजली घरों से 2948 मेगावाट उत्पादन कराया जा रहा था। उधर पिछले तीन दिनों से रिहन्द जलाशय को प्रभावित करने वाले जनपदों में बारिश होने के कारण रिहन्द के जलस्तर में एक फिट की वृद्धि दर्ज की गयी है। ओबरा डैम में लगातार पानी की आवक को देखते हुए शुक्रवार दिन में ओबरा की इकाइयों से 50 मेगावाट उत्पादन कराया जा रहा था। 


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