सीमावर्ती इलाकों में पुलिस, पीएसी व सीआरपीएफ ने की कांबिग
बीते दिनों बिहार और चंदौली सीमा के पास संदिग्ध असलहाधारियों के देखे जाने की सूचना के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है। रविवार को बिहार और झारखंड सीमा से सटे इलाकों में पुलिस पीएसी और सीआरपीएफ के जवानों ने संयुक्त रूप से कांबिग किया। जंगलों में सघन तलाशी लेने के साथ ही जंगल में मिले चरवाहों व अन्य से पुछताछ भी की गई।
जागरण संवाददाता, खलियारी/विढमगंज : गत दिनों बिहार और चंदौली जनपद की सीमा के पास संदिग्ध असलहाधारियों के देखे जाने की सूचना के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। रविवार को बिहार और झारखंड सीमा से सटे इलाकों में पुलिस, पीएसी और सीआरपीएफ के जवानों ने संयुक्त रूप से कांबिग की। जंगलों में सघन तलाशी लेने के साथ ही जंगल में मिले चरवाहों व अन्य से पूछताछ भी की गई।
एडीजी जोन वाराणसी पीवी रामाशास्त्री के आने की सूचना पर सुबह ही पुलिस, पीएसी व सीआरपीएफ के जवान जंगल क्षेत्र में पहुंच गए थे। बिहार बार्डर के पास जिले के भगेलपुर के जंगलों में सघन कांबिग की गई। जंगल में राहगीरों व चरवाहों से नक्सल मूवमेंट की जानकारी ली। कांबिग में चंदौली पुलिस के साथ ही जिले के सीओ सदर राहुल मिश्र के साथ ही पुलिस व सीआरपीएफ के लोग शामिल रहे। कोन क्षेत्र में ओबरा क्षेत्राधिकारी डा. कृष्ण गोपाल सिंह की अगुवाई में सीआरपीएफ व पीएसी व थाने की पुलिस ने कांबिग की। इसमें गढ़वा जिले के झारखंड बार्डर के नकतवार, नैकाहा, मझिगवां, चाचीकला में संयुक्त कांबिग की गई। गांव के ग्रामीणों की समस्या से क्षेत्राधिकारी अवगत हुए। लोगों को निर्भिक होकर मतदान करने के लिए प्रेरित किया। कांबिग में निरीक्षक राजेश कुमार, शिव प्रताप वर्मा के साथ ही चांची कला चौकी इंचार्ज विजय पांडेय, सीआरपीएफ इंस्पेक्टर मुरलीधर आदि मौजूद थे।
विढमगंज प्रतिनिधि के अनुसार : झारखंड बार्डर से सटे सीमावर्ती गांव बुटबेढवा व धरतीडोलवा गांव में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद दुद्धी सीओ सुनील कुमार विश्नोई के साथ ही कांबिग की गई। जगह-जगह चरवाहों व राहगीरों से पूछताछ की गई।
सीआरपीएफ संग पुलिस ने की बार्डर पर कांबिग
दुद्धी : पुलिस अधीक्षक सलमान ताज पाटिल के निर्देश पर रविवार को कोतवाल एके सिंह, अमवार चौकी प्रभारी राजेश राय ने सीआरपीएफ के साथ सीमावर्ती इलाकों में सघन कांबिग की। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस फोर्स ने अमवार, नाचनटाड़, कोरची, भीसुर गांव से सटे छतीसगढ़ बॉर्डर तक गश्त किया। इस दौरान ग्रामीणों की समस्याओं के बारे में जानकारी ली। कोतवाल ने ग्रामीणों से अपील किया कि किसी भी समस्या या संदिग्ध गतिविधियों के बाबत तत्काल सूचना दें,जिससे समय रहते उस पर प्रभावी कदम उठाया जा सके। इसके लिए उन्होंने सभी सीओजी के साथ आपातकाल नंबरों के बारे में जानकारी देते हुए सुदूरवर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों की सुविधा के लिए उसे नोट कराया।