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बाइक के धक्के से वृद्ध की मौत

वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग पर राब‌र्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के उरमौरा गांव के निकट बुधवार की सुबह बाइक की चपेट में आने से साइकिल सवार चोपन थाना क्षेत्र के बेलकप निवासी महेश मौर्या (60) पुत्र स्व. मटूक की मौत हो गई। परिवार वाले हादसे की वजह प्रशासन की लुंजपुंज व्यवस्था को मान रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Apr 2020 03:37 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 06:28 PM (IST)
बाइक के धक्के से वृद्ध की मौत
बाइक के धक्के से वृद्ध की मौत

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग पर राब‌र्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के उरमौरा गांव के निकट बुधवार की सुबह बाइक की चपेट में आने से साइकिल सवार चोपन थाना क्षेत्र के बेलकप निवासी महेश मौर्या (60) की मौत हो गई।

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चोपन थाना क्षेत्र के बेलकव गांव निवासी महेश मौर्या की तबीयत खराब हुई तो वे बुधवार की सुबह पांच बजे साइकिल से दवा लेने के लिए राब‌र्ट्सगंज चल पड़े। आधे से अधिक दूरी तय कर करीब पौने सात बजे वे उरमौरा गांव के समीप पहुंचे। वे अपने साइड से चल रहे थे, लेकिन उरमौरा के पास गलत साइड से एक व्यक्ति तेज रफ्तार में बाइक चलाते हुए पहुंचे। उसकी रफ्तार देख महेश घबरा गए। इसी दौरान बाइक उनकी साइकिल से जा टकराई। टक्कर के बाद महेश का सिर बगल में पड़े पत्थर से जा टकराया और उनकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई।

पोस्टमार्टम में देरी से आक्रोश

राब‌र्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के उरमौरा गांव में यह सड़क हादसा पौने सात बजे सुबह हुआ। परिवार के सदस्य सुबह आठ बजे तक जिला अस्पताल पहुंच गए। मौके पर बेलकप के प्रधान भी मौजूद रहे। दरअसल घटना स्थल पर पंचनामे की कार्रवाई नहीं हुई थी। प्रात: 11 बजे जिला अस्पताल में ही पुलिस ने पंचनामे की कार्रवाई की। पंचनामा होने के बावजूद अपराह्न दो बजे तक शव को पोस्टमार्टम नहीं हो सका था। इसकी मुख्य वजह यह रही कि इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक डा. आरके यादव की ही ड्यूटी पोस्टमार्टम में भी लगाई गई थी। उक्त डाक्टर इमरजेंसी में रोगियों के देखने के साथ ही फ्रैक्चर के रोगियों का प्लास्टर भी करते रहे। जिससे पीएम में देरी से परिवार वालों में आक्रोश फैल गया। दवा दुकान खुलती तो बच जाती जान

चोपन थाना क्षेत्र के बेलकप गांव के पास मुख्य बाजार सलखन है। यहां दवा की दुकानें भी हैं। यदि एक दुकान को भी पास जारी किया जाता तो वह खुलती और महेश को दवा लेने राब‌र्ट्सगंज नहीं आना पड़ता और वह हादसे के शिकार नहीं होते।


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