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अब अधिकारियों के हाथ में गोल्डेन कार्ड की कमान

आयुष्मान भारत के तहत जिले में बन रहे गोल्डेन कार्ड निर्माण में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी ने 14 जिला स्तरीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है। विदित हो कि महाअभियान के तहत 25 नवंबर से पूरे जनपद में बड़े स्तर पर गोल्डेन कार्ड निर्माण का कार्य चल रहा है और इस कार्य की कमा

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 06:20 PM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 09:16 PM (IST)
अब अधिकारियों के हाथ में गोल्डेन कार्ड की कमान
अब अधिकारियों के हाथ में गोल्डेन कार्ड की कमान

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : आयुष्मान भारत के तहत जिले में बन रहे गोल्डेन कार्ड निर्माण में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी ने 14 जिला स्तरीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है। महाअभियान के तहत 25 नवंबर से पूरे जनपद में बड़े स्तर पर गोल्डेन कार्ड निर्माण का कार्य चल रहा है। इस कार्य की कमान खुद जिलाधिकारी एस. राजलिगम ने अपने हाथों में ले रखा है। नियमित निगरानी का असर यह रहा है कि पूरे प्रदेश में सोनभद्र गोल्डेन कार्ड निर्माण में प्रथम स्थान पर बना हुआ है।

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जिलाधिकारी ने जिले के 14 सबसे बड़े ग्राम पंचायतों में गोल्डेन कार्ड निर्माण में तेजी लाने के लिए 14 जिला स्तरीय अधिकारियों को शनिवार को नामित कर दिया। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि उक्त सभी बड़े ग्राम पंचायतों में नियमित रूप से देखें कि कार्ड निर्माण की स्थिति क्या है। उसी के अनुसार कार्य में तेजी लाने की दिशा में काम करें। 12 दिन में 40 हजार कार्ड का निर्माण

25 नवंबर से छह दिसंबर तक महाअभियान के तहत जिले में अब तक 40 हजार 447 गोल्डेन कार्ड का निर्माण किया जा चुका है। इस तरह जिले में अब तक एक लाख 28 हजार 947 लाभार्थियों के गोल्डेन कार्ड का निर्माण किया जा चुका है। गोल्डेन कार्ड के नोडल अधिकारी आरके भारती ने बताया कि अभियान में प्रतिदिन औसतन 4000 कार्ड बनाए जा रहे हैं। बताया कि जिलाधिकारी ने गोल्डेन कार्ड बनाने की गति को और तेज करने के लिए जनपद के 14 ग्राम पंचायत का चयन किया है। जहां गोल्डेन कार्ड बनाने में जिले में सबसे अधिक लाभार्थी यहां हैं। इन ग्राम पंचायतों में 14 जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं जो ग्राम प्रधान, सचिव, आशा, आंगनवाड़ी एवं सफाई कर्मियों से समन्वय कर 10 दिन में ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत गोल्डेन कार्ड बनाना सुनिश्चित करेंगे। इन ग्राम पंचायतों का हुआ है चयन

जिलाधिकारी ने विकास खंड चतरा के ग्राम पंचायत रामगढ़ की जिम्मेदारी खंड विकास अधिकारी चतरा को। चोपन के बागेसोती में जिला कृषि अधिकारी, हर्रा में उपायुक्त राष्ट्रीय आजीविका मिशन, जुगैल में जिला विकास अधिकारी, कचनरवा में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, कोटा में उपायुक्त श्रम रोजगार मनरेगा, पड़रछ में परियोजना निदेशक डीआरडीए, ग्राम पंचायत पनारी में जिला पूर्ति अधिकारी, परसोइ में खंड विकास अधिकारी चोपन को जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह दुद्धी के ग्राम पंचायत बघाडू में खंड विकास अधिकारी दुद्धी, बभनी के ग्राम पंचायत बभनी में सहायक अभियंता लघु सिचाई, म्योरपुर के ग्राम पंचायत कुलडोमरी में खण्ड विकास अधिकारी म्योरपुर को नामित किया गया है। नगवां के ग्राम पंचायत सरईगांड में खण्ड विकास अधिकारी नगवां, राबटर्सगंज के ग्राम पंचायत सलखन में जिला पंचायत राज अधिकारी को जिलाधिकारी ने इस ग्राम पंचायत के लिए नोडल अधिकारी नामित किया है।


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