गेहूं की खरीद न होने से अन्नदाता संकट में, उभरा आक्रोश
जागरण संवाददाता सोनभद्र सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने में किसानों के सामने कई अड़
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने में किसानों के सामने कई अड़चनें आ रही हैं। किसानों को पंजीकरण कराने के बाद भी सत्यापन नहीं किया जा रहा है। किसानों को गेहूं बेचने के लिए टोकन भी नहीं मिल रहा है। गेहूं की खरीद न होने से अन्नदाता आक्रोशित हैं और व्यापक आंदोलन छेड़ने का मन बना रहे हैं।
केंद्रों पर किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद के लिए जिन किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। उन किसानों का सत्यापन कार्य भी होना है लेकिन राजस्व अमला इस काम में लेटलतीफी दिखा रहा है। इसके चलते काफी धीमी गति से सत्यापन हो रहा है। कई ऐसे किसान हैं जिन्होंने 15 से 20 दिन पहले पंजीकरण कराया था, लेकिन अभी तक उनका सत्यापन नहीं हुआ है। इसके चलते उपज तैयार होने के बाद भी किसान अपने फसल की बिक्री सरकारी केंद्रों पर नहीं कर पा रहे हैं।
जनपद में गेहूं खरीद के लिए 57 केंद्र बनाए गए हैं। इसके लिए पांच एजेंसियों को नामित किया गया है। गेहूं खरीद के लिए 11 हजार किसानों ने पंजीकरण कराया है, इनमें छह हजार किसानों का सत्यापन हुआ है। यह होता है सत्यापन
जो किसान पंजीकृत होते हैं उनका सत्यापन किया जाता है कि जितने हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की फसल दर्शाते हुए खरीद के लिए पंजीकरण कराया है, क्या उस गाटा संख्या में गेहूं की फसल खड़ी है और यदि है तो संबंधित पंजीकृत किसान की है या किसी अन्य की।
बोले किसान..
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गेहूं बेचने के लिए 13 दिन पहले पंजीकरण कराया था। अभी तक सत्यापन नहीं हो पाया है। इससे गेहूं बेचने में परेशानी हो रही है। - बहादुर, वैनी। गेहूं तैयार हो गया है, लेकिन सत्यापन के अभाव में बिक्री नहीं हो पा रही है। 15 दिनों पूर्व पंजीकरण कराया था। - सुनील सिंह, पवनी। करीब 20 दिन पूर्व पंजीकरण कराया था, लेकिन सत्यापन नहीं होने से तैयार गेहूं की फसल बिक्री हेतु संबंधित केंद्र पर नहीं जा पा रहा है। - राजेंद्र सिंह पटेल, बभनगांवा। आनलाइन पंजीकरण कराने में एक दो दिन का समय लग जा रहा है। सर्वर समस्या के चलते ओटीपी भी समय से नहीं मिल पा रही है। - विजय मिश्रा, रैया। दो सप्ताह पहले खरीद के लिए पंजीकरण कराया था, लेकिन अभी तक टोक नहीं मिला। इससे दिक्कत हो रही है। - राजकुमार सिंह, बरौली। पंजीकरण कराने के दस दिन बाद भी टोकन नहीं मिला है। टोकन नहीं मिलने से केंद्र पर बिक्री नहीं हो पा रही है। - सुभाष चंद्र पाल, मझिगवां। बोले अधिकारी..
सभी एसडीएम को पंजीकरण कराने वाले किसानों के सत्यापन कराए जाने का निर्देश दिया गया है। प्रतिदिन की रिपोर्ट मेरे पास आती है। कुछ नियम में बदलाव किए गए हैं, इसके चलते थोड़ी परेशानी हो रही है। सभी किसानों का सत्यापन किया जाएगा। - अभिषेक सिंह, जिलाधिकारी।