सड़क निर्माण कंपनी के कैंप कार्यालय पर नक्सली हमला
जागरण संवाददाता महुली (सोनभद्र) जिले के विढमगंज थाना क्षेत्र से महज छह किमी दूर झारखंड
जागरण संवाददाता, महुली (सोनभद्र) : जिले के विढमगंज थाना क्षेत्र से महज छह किमी दूर झारखंड के धुरकी थाना के घघरी गांव में शनिवार की रात नक्सलियों ने जमकर तांडव किया। नक्सलियों ने इस दौरान सड़क निर्माण करा रही कंपनी वीआरएस के कैंप कार्यालय में खड़े कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। नक्सलियों ने निर्माण कंपनी के कर्मचारियों को एक घंटे से अधिक समय तक बंधक बनाए रखा था।
विढमगंज थाना क्षेत्र से लगे झारखंड के गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र में सड़क निर्माण करा रही कंपनी वीआरएस के घघरी गांव स्थित कैंप कार्यालय पर अज्ञात बंदूकधारियों ने धावा बोल दिया। धुरकी थाना अंर्तगत रांची रीवां एनएच-75 बिलासपुर से बीरबल होते हुए धुरकी तक सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। विभिन्न स्त्रोतों और प्रत्यक्षदर्शियों से मिली सूचना के मुताबिक मध्यरात्रि अचानक लगभग आधा दर्जन हथियारबंद नकाबपोश वीआरएस कंपनी के कैंप कार्यालय पर आ धमके। उस समय कैंप में कंपनी के कर्मी सो रहे थे। इस दौरान उन लोगों ने वाहनों पर डीजल छिड़ककर आग लगा दिया। इस दौरान नक्सलियों ने एक चालक को पीटते हुए उसे लेकर कैंप आफिस पहुंचे और वहां पर सो रहे सभी कर्मियों को बाहर निकालकर एक जगह जमा किया। इस घटना में नक्सलियों ने दो हाईवा, एक ग्रेडर और एक रोलर को आग के हवाले कर दिया जबकि दो जेसीबी मशीन को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। लगभग आधा घंटे तक उपद्रव किया इसके बाद गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए चले गए। वहीं सीमा पर जानकारी होते ही वारदात के बाद रात से ही सोनभद्र विन्ढमगंज बार्डर क्षेत्र में पुलिस की सक्रियता बढ़ा दी गई है। यह जानकारी देते हुए विढमगंज थानाध्यक्ष विनोद सोनकर ने बताया कि पूरी सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस नक्सलियों की टोह लेने के साथ ही क्षेत्र में उनके द्वारा किसी भी वारदात को रोकने के लिए तैयार है। एक माह पूर्व इंजीनियर को किया था अगवा
बताते चलें कि एक माह पूर्व गत 25 जून को नक्सलियों ने वीआरएस कंपनी के खुटिया गांव में स्थित कैंप आफिस से साइड इंजीनियर नागेंद्र सिंह को दिनदहाड़े अगवा कर लिया था। अपहरण के बाद नक्सली इंजीनियर को साथ लेकर घने जंगलों में चले गए थे। कंपनी के लोगों के प्रयास के बाद चार घंटे के अंदर ही इंजीनियर को मुक्त कर दिया गया। कंपनी के लोगों ने बताया कि निर्माण कार्य के कुल लागत का दो प्रतिशत की मांग नक्सलियों ने की थी, जिसके बाद इस अपहरण को अंजाम दिया गया था। इसके पूर्व भी इनके द्वारा कंपनी के अधिकारियों को फोन करके धमकी दी गई थी। इंजीनियर के अपहरण की जिम्मेदारी भारतीय पब्लिक कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने ली थी। इस संगठन के स्वयंभू जोनल प्रभारी नितेश कुमार ने फोन पर इंजीनियर के अपहरण की जिम्मेदारी लेते हुये कहा था कि सड़क निर्माण करा रहे ठेकेदार द्वारा लेवी नहीं देने, भूमि अधिग्रहण का मुआवजा अब तक नहीं दिये जाने, घटिया निर्माण कराने एवं निर्माण कार्य को रोक के बावजूद कंपनी के द्वारा कार्य किये जाने के कारण इंजीनियर का अपहरण किया गया था। मामले की हो रही है गहनता से जांच
एसडीपीओ प्रमोद कुमार केशरी ने बताया कि हथियार बंद अपराधियों द्वारा वाहनों को जलाए जाने की सूचना पर घटनास्थल का जायजा लिया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट किया जा सकेगा। जो भी इसमें शामिल होगा उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। झारखंड से लगने वाली जनपद की सीमा सील
झारखंड के धुरकी में शनिवार की रात हुई नक्सली हमले के बाद जनपद की पुलिस पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद रविवार को विढमगंज थाने पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। इसके अलावा झारखंड से जनपद की लगने वाली सीमा को सील कर दिया गया है। इस दौरान जो भी वाहन जिले में प्रवेश कर रहे हैं उसकी गहना से जांच की जा रही है। एसपी अमरेंद्र प्रसाद ने कहा कि मामला गंभीर है, इसको लेकर जिले की पुलिस व खुफिया विभाग को पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। पुलिस के साथ-साथ पीएसी के जवान लगातार कांबिग कर रहे हैं।