अक्षय तृतीया पर मनी भगवान परशुराम की जयंती
अक्षय तृतीया पर ब्राह्माण समाज के लोगों द्वारा भगवान परशुराम की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। स्नान-ध्यान से निवृत होकर श्रद्धालुओं द्वारा भगवान परशुराम का विधि-विधान पूर्वक पूजन कर उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : अक्षय तृतीया पर ब्राह्माण समाज के लोगों द्वारा भगवान परशुराम की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। स्नान-ध्यान से निवृत होकर श्रद्धालुओं द्वारा भगवान परशुराम का विधि-विधान पूर्वक पूजन कर उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया। अक्षय तृतीया होने के कारण श्रद्धालुओं द्वारा गरीबों व ब्राह्माणों को यथासंभव दान भी किया गया। कोरोना प्रोटोकाल के कारण कोई सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया। सनातन संस्कृति में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है। ब्रह्माजी के पुत्र अक्षय कुमार के जन्म के साथ ही इसी दिन भगवान परशुराम का जन्म व मां गंगा का धरती पर अवतरण भी हुआ था। इसके साथ ही इसी दिन भगवान सूर्य ने पांडवों को अक्षय पात्र व मां अन्नपूर्णा का जन्म दिवस भी है।