मजदूरी के लिए मनरेगा श्रमिक पहुंचे कोतवाली
स्थानीय ब्लाक के ग्राम पंचायत बैजनाथ में मनरेगा से हुए कार्यों की मजदूरी न मिलने के विरोध में बुधवार को दो दर्जन से अधिक श्रमिकों ने कोतवाली पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए ग्राम प्रधान के खिलाफ तहरीर दिया। इस दौरान मजदूरों ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पर पैसा मांगने के दौरान दुर्व्यहार किए जाने का आरोप लगाया। एक तरफ प्रदेश सरकार की तरफ से जिले में आए प्रवासी श्रमिकों को अधिक से अधिक संख्या में रोजगार उपलब्ध कराए जाने की पहल की जा रही है। मनरेगा से हो रहे कार्यों में इन
जागरण संवाददाता , घोरावल (सोनभद्र) : स्थानीय ब्लाक के ग्राम पंचायत बैजनाथ में मनरेगा से हुए कार्यों की मजदूरी नहीं मिलने के विरोध में बुधवार को लगभग 30 श्रमिकों ने कोतवाली पहुंचकर प्रदर्शन किया और ग्राम प्रधान के खिलाफ तहरीर दी। मजदूरों ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पर पैसा मांगने के दौरान दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया।
बैजनाथ गांव में काम करने के बाद भी कई मजदूरों के खाते में पैसा नहीं पहुंचा है। इसको लेकर आक्रोशित 25 से 30 की संख्या में मजदूर कोतवाली पहुंचे। मजदूर दुलराजी, मुन्ना, चंद्रावती, शिवकुमार समेत कई मजदूरों ने बताया कि ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत प्रधान के कहने पर मिट्टी खंती आदि मनरेगा का काम किया जा रहा था। मई से काम शुरू हुआ है, लेकिन अभी तक मजदूरी नहीं मिली है। अभी तक खाते में पैसा नहीं आया है और न ही नकद ही मजदूरी दी गई है। इसके चलते अब हम लोगों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। मजदूरों ने बताया कि मजदूरी मांगने के लिए प्रधान से कई बार कहा गया, लेकिन ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि द्वारा अपशब्दों का प्रयोग कर भगा दिया गया। मजदूरों ने कहा कि अगर मजदूरी नहीं मिलेगी तो परिवार को चलना मुश्किल हो जाएगा। मजदूरों ने पैसा दिलाए जाने के साथ-साथ प्रधान के प्रतिनिधि पर कार्रवाई की मांग की। इस संबंध में ग्राम प्रधान के फोन पर कॉल की गई लेकिन संपर्क नहीं हुआ।
वहीं डीसी मनरेगा तेजभान सिंह ने बताया कि हमें इसकी जानकारी नहीं थी। खाते में कुछ गड़बड़ी के चलते ऐसी समस्या हो सकती है। गुरुवार को सभी मजदूरों की फाइल मंगाई जाएगी। अगर किसी तरह की गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।