बरसात से बढ़ी गलन, ठिठुरे लोग
जागरण संवाददाता सोनभद्र जम्मू कश्मीर हिमाचल एवं उत्तराखंड में हो रही बर्फबारी से शुक्रवार को सोनांचलवासी खूब ठिठुरे। गुरुवार की रात से शुरू हुई बारिश से गलन में इजाफा हो गया। बरसात का क्रम शुक्रवार को सुबह भी जारी रहा। कभी तेज व कभी धीमी बरसात से गलन बढ़ गई है। ठंड की वजह से सांस और जोड़ों के मरीजों की हालत खराब रही। स्कूली बच्चे ठिठुरते स्कूल पहुंचे।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जम्मू कश्मीर, हिमाचल एवं उत्तराखंड में हो रही बर्फबारी से शुक्रवार को सोनांचलवासी खूब ठिठुरे। गुरुवार की रात से शुरू हुई बारिश से गलन में इजाफा हो गया। बरसात का क्रम शुक्रवार को सुबह भी जारी रहा। कभी तेज व कभी धीमी बरसात से गलन बढ़ गई है। ठंड की वजह से सांस और जोड़ों के मरीजों की हालत खराब रही। स्कूली बच्चे ठिठुरते स्कूल पहुंचे।
पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में दिखने लगा है। गुरुवार की रात से ही हल्की तो कभी तेज बरसात ने लोगों को ठिठुरने पर विवश कर दिया। सोनांचल के कुछ हिस्सों में गुरुवार की रात 11 बजे से ही बूंदाबांदी शुरू हो गई। आधी रात के बाद कई बार तेज बरसात हुई। बूंदाबांदी का क्रम शुक्रवार की सुबह भी जारी रहा। आसमान में बादल छाए रहे। सुबह 10 बजे का मौसम शाम पांच बजे की तरह हो गया। बरसात से गलन में इजाफा हो गया। लोगों को उम्मीद थी कि गलन को देखते हुए जिला प्रशासन छोटे बच्चों को स्कूल बंद कर सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ और तमाम बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचे। स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति भी काफी कम रही। बरसात से गलन तो बढ़ी ही, शीतलहर का भी प्रकोप शुरू हो गया है। अभी तक हल्का ऊनी कपड़ा पहन कर निकलने वाले लोग शुक्रवार को पूरी तरह से ऊनी कपड़ों में लिपटे रहे। कुछ लोग दस्ताना भी पहने रहे। चट्टी चौराहों पर लोग अलाव जलाकर ठंड से राहत पाने की कोशिश भी करते रहे। हालांकि अभी तक जिले में किसी भी स्थान पर अलाव की व्यवस्था न होने से मजदूरों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। कहीं टायर तो कहीं पुआल जलाकर लोग राहत पाने के जुगत में लगे रहे।