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बरसात से खेत में लेटी गेहूं की फसल

जिले में रविवार की रात आंधी व झमाझम बारिश होने से गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। तेज आंधी तूफान के चलते खेतों में लह लहाती गेहूं की फसल जमीन पर लेट गई। कई जगहों पर खेतों में पानी लग जाने से खेत में बांध कर रखे गए गेहूं के बोझ को किसानों ने झानकर बाहर निकाला। बारिश से फसल के उत्पादन पर काफी प्रभाव पड़ेगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Apr 2020 05:37 PM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2020 08:23 PM (IST)
बरसात से खेत में लेटी गेहूं की फसल
बरसात से खेत में लेटी गेहूं की फसल

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले में रविवार की रात आंधी व झमाझम बारिश होने से गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। तेज आंधी तूफान के चलते खेतों में लहलहाती गेहूं की फसल जमीन पर लेट गई। कई जगहों पर खेतों में पानी लग जाने से खेत में बांध कर रखे गए गेहूं के बोझ को किसानों ने छानकर बाहर निकाला। बारिश से फसल के उत्पादन पर काफी प्रभाव पड़ा है।

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सोनांचल में पिछले कई दिनों से मौसम तेजी से बदल रहा था। आसमान में बादलों के आवाजाही से किसान पहले ही सहमें हुए थे। इसी बीच रविवार की रात को आई तेज आंधी व बारिश के चलते खेतों में गेहूं की फसल समेट रहे किसानों की नींद उड़ा दी है। बारिश से गेहूं की कटाई और मड़ाई का काम भी रुक गया। किसानों का कहना है कि बारिश से भीगने के बाद गेहूं का दाना काल पड़ जाएगा। जिसका बाजार में उचित मूल्य भी नहीं मिलेगा।

रामगढ़ : लगभग घंटे भर हुई बरसात से क्षेत्र के किसानों की लगभग 40 फीसद फसल खराब हो गई है। किसान भोला पांडेय, जनार्दन तिवारी, जय शंकर पांडेय, राकेश मिश्रा, रामसूरत ने कहा कि बारिश से फसलों का नुकसान होना तय है। किसानों ने बताया कि खुले मार्केट में बेचने से गेहूं की फसल भीगने की दशा में लगभग 15 से 20 फीसद में भी कमी आने की पूर्णतया संभावना है। क्षेत्रीय कर्मचारियों से फसल नुकसान की सूचना मंगाई गई है। व्यापक क्षति की कोई जानकारी अभी नहीं मिली है। यदि किसी किसान का नुकसान हुआ है तो वह व्यक्तिगत दावा के लिए आवेदन कर सकता है। खेत में अगर पानी लग गया होगा तो सड़ने की संभावना है।

-पीयूष राय, जिला कृषि अधिकारी। तीन दर्जन मवेशियों की मौत

जासं, कोन/पटवध/खलियारी : जिले में रविवार की रात आंधी-पानी के साथ आकाशीय बिजली गिरने से तीन दर्जन मवेशियों की मौत हो गई। पशु पालकों ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को देकर मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।

कोना थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पड़रक्ष निवासी विजय शर्मा ने बकरी पालन का काम करता था। रविवार की रात बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने से 26 बकरियों की मौत हो गई जबकि 14 बकरी झुलस र्कं। बिजली गिरने से बाड़े की एक तरफ की दीवार भी गिर गई है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अवधेश राय ने इसकी सूचना लेखपाल व पशु चिकित्सक को दिया। इसी तरह सदर ब्लाक के भभाइज गांव में किसान राजाराम के दो बैलों की मौत हो गई।

मांची के कजियारी ग्राम पंचायत के टोला बिश्रामपुर गांव के पास बीहड़ी में आकाशीय बिजली गिरने से आठ मवेशियों की मौत हो गई। बलियारी गांव निवासी शिवमूरत खरवार के सात व रामवृक्ष के एक गाय की मौत हो गई और एक गाय झुलस गई।पशु चिकित्सक ने सभी पशुओं का पोस्टमार्टम किया। क्षेत्रीय लेखपाल ने सूचना जिला प्रशासन को दे दिया। पोल टूटने से चरमराई बिजली आपूर्ति

जासं, करमा : जिले में तेज आंधी के चलते पोल टूट कर गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। इससे लोगों को पेयजल के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। क्षेत्र के पसही सबस्टेशन से करमा फीडर को आपूर्ति होती है। लेकिन आंधी के चलते बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। इसके कारण करमा बाजार सहित दर्जनों गांवों में जल निगम की तरफ से होने वाली पानी की आपूर्ति भी बंद हो गई है। तेज आंधी के चलते करमा में एक पोल टूट कर गिर गया, वहीं कई जगहों पर तार गिर गए थे। किसी तरह जुगाड़ कर के रात में आपूर्ति बहाल की गई लेकिन, मात्र दो घंटे बाद ही बिजली फिर गुल हो गई। इस संबंध में ग्रामीण विकास त्रिपाठी ने जेई विनय गुप्ता के मोबाइल पर फोन किया लेकिन बात नहीं हो सकी। दोपहर 11 बजे तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी।


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