ऊर्जांचल में अवैध निर्माण तेज, भूमाफिया बेखौफ
जागरण संवाददाता अनपरा (सोनभद्र) एक तरफ तो प्रदेश सरकार द्वारा भू-माफियाओं द्वारा कराए।
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र): एक तरफ तो प्रदेश सरकार द्वारा भू-माफियाओं द्वारा कराए गए अवैध निर्माण को जमींदोज किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ ऊर्जांचल में परियोजनाओं व सरकारी भूमि पर हुए अवैध निर्माणों परकोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
ऊर्जांचल स्थित बिजली व कोल परियोजनाओं की भूमि पर बड़ी-बड़ी बस्तियां आबाद हो गई हैं। रेणुकूट से मप्र की सीमा पर स्थित शक्तिनगर तक कोई भी कस्बा ऐसा नहीं है, जहां अवैध निर्माण न हो। कोल व बिजली परियोजनाओं सहित रिहंद डैम, पीडब्ल्यूडी व वन विभाग की भूमि पर अवैध कब्जे की होड़ अभी भी बरकरार है। कई बार इस संबंध में जिला प्रशासन का ध्यान भी आकृष्ट कराया गया है, लेकिन संबंधित विभागों द्वारा महज कोरम पूर्ति करने के कारण अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं। प्रदेश सरकार द्वारा भू-माफिया के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई को देख लोगों को उम्मीद थी कि यहां भी सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे के खिलाफ अभियान छेड़ा जाएगा।
कीमती भूमि का 10 रुपये के स्टांप पर होता है सौदा
लोगों का कहना है कि परिक्षेत्र में परियोजनाओं की भूमि पर अवैध कब्जा कर भू-माफियाओं द्वारा बड़ी-बड़ी इमारतों का न सिर्फ निर्माण कराया गया है बल्कि करोड़ों रुपये की भूमि का महज 10 रुपये के स्टांप पर खरीद-बिक्री की जा रही है। सरकारी भूमि पर कब्जे को लेकर क्षेत्र में आए दिन विवाद स्थानीय थाने-चौकियों में आते रहते हैं।
एसडीएम दुद्धी रमेश कुमार ने कहा कि परियोजना की भूमि पर हो रहे कब्जे को लेकर प्रबंधन को गंभीर होना होगा। शासन सरकारी भूमि पर कब्जे को लेकर सख्त है। क्षेत्र में 80 सी के तहत होने वाली कार्रवाई पर रोक लगाई गई है।