211 गांवों में आज से महाभियान के तहत बनेगा गोल्डेन कार्ड
हत बन रहे गोल्डेन कार्ड की सुस्त चाल में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी एस. राजलिगम ने इसकी कमान अपने हाथों मे ले लिया है। श्री राजलिगम ने तत्काल प्रभाव से जिला पंचायत राज अधिकारी आरके भारती को अभियान को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। डीपीआरको ने बताया कि विकास भवन में स्थित ओडीएफ वार रूम से गोल्डन कार्ड बनाने की अभियान की निगरानी की जाएगी। बताया कि वार रूम में स्वास्थ्य विभाग आईसीडीएस पंचायती राज एवं
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जनपद में आयुष्मान भारत के तहत बन रहे गोल्डेन कार्ड की सुस्त चाल में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी एस. राजलिगम ने इसकी कमान अपने हाथों मे ले ली है। श्री राजलिगम ने तत्काल प्रभाव से जिला पंचायत राज अधिकारी आरके भारती को अभियान को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। डीपीआरओ ने बताया कि विकास भवन में स्थित ओडीएफ वार रूम से गोल्डन कार्ड बनाने की अभियान की निगरानी की जाएगी। बताया कि वार रूम में स्वास्थ्य विभाग, आइसीडीएस, पंचायती राज एवं विकास भवन में स्थित काल सेंटर से पांच-पांच के शिफ्ट में कुल 20 लोगों की ड्यूटी वार रूम में लगा दी गई है। वार रूम से प्रतिदिन गांव में फोन कर कर प्रगति रिपोर्ट ली जाएगी। जिसकी रिपोर्ट हर दिन शाम को जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। प्रथम चरण में 211 गांव का हुआ चयन
डीपीआरओ ने बताया कि प्रथम चरण अभियान में 211 गांव का चयन किया गया गया है। जिसमें कैंप लगाकर गोल्डेन कार्ड बनाया जाएगा। पहला अभियान 25 नवंबर से 10 दिनों का चलाया जाएगा। जिसमें सभी ग्राम पंचायतों के प्रधान, सचिव, आशा, आंगनवाड़ी, सफाई कर्मियों व रोजगार सेवक की जिम्मेदारी तय की जाएगी। सभी जिम्मेदारों को अधिक से अधिक लाभार्थियों को कैंप में लेकर आने को कहा जाएगा। श्री भारती ने बताया कि 211 गांव की वृहद कार्ययोजना जिलाधिकारी के निर्देशन में बनाई गई है। 18 जोन व 52 सेक्टर में बांटा
जिला पंचायत राज अधिकारी आरके भारती ने बताया कि पहले चरण में 211 गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों को 18 जोन व 52 सेक्टर में बांटा गया है, ताकि इसकी विस्तृत निगरानी समय-समय पर होती रहे। बताया कि जिलाधिकारी ने जोन व सेक्टर प्रभारी की नियुक्ति कर दी है। सोमवार यानि 25 नवंबर से पहले चरण का शुभारंभ कर दिया जाएगा। पांच लाख तक होगा इलाज
डीपीआरओ ने बताया कि सोनभद्र आकांक्षी जिला है। यहां गरीबों के लिए आयुष्मान भारत कार्ड अत्यंत जरूरी है, क्योंकि इस कार्ड से हर परिवार पांच लाख रुपये तक की इलाज नामित अस्पताल में मुफ्त करा सकता है। सभी लाभार्थियों से अपील किया कि कैम्प में प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री का पत्र, राशन कार्ड, आधार कार्ड लेकर आएं और प्रति कार्ड बनाने की फीस 30 रुपये है।