अवैध खनन में दो खदान मालिकों पर एफआइआर
सीएम के आदेश व खनन निदेशक की सख्ती का असर होते ही जिले के नौ पट्टा धारकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बिना किसी पूर्व सूचना के जनपद में आई 12 सदस्यीय जांच टीम ने जैसे ही खनन निदेशक रोशन जैकब को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत किया कार्रवाइयों का दौर शुरू हो गया। यह अनुमान पहले से ही विभागीय लोग लगा रहे थे। वरिष्ठ खान अधिकारी केके राय ने बताया कि खनन निदेशक के निर्देश पर ज्ञानेंद्र यादव व हरिशंकर स्टोन के मा
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : सीएम के आदेश व खनन निदेशक की सख्ती का असर होते ही जिले के नौ पट्टा धारकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बिना किसी पूर्व सूचना के जनपद में आई 12 सदस्यीय जांच टीम ने जैसे ही खनन निदेशक रोशन जैकब को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत किया तो कार्रवाइयों का दौर शुरू हो गया। यह अनुमान पहले से ही विभागीय लोग लगा रहे थे।
वरिष्ठ खान अधिकारी केके राय ने बताया कि खनन निदेशक के निर्देश पर ज्ञानेंद्र यादव व हरिशंकर स्टोन के मालिक के ऊपर विभिन्न धारओं में क्रमश: ओबरा व चोपन थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। इसके अलावा कृष्णा माइनिग, कृष्णा स्टोन, पीसीएफ इंटरप्राइजेज, अनिल निसाद, राजेश दुबे, ओबरा स्टोन व अशोक यादव पर विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया को भी आरंभ कर दिया गया है। बताया कि ज्ञानेंद्र यादव व हरिशंकर स्टोन पर अवैध खनन की पुष्टि जांच टीम ने की है, जिसके क्रम में इनके ऊपर विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराया गया है। इसके अलावा कृष्णा स्टोन प्रोडक्ट समेत सात पट्टा धारकों ने अवैध खनन व परिवहन को बढ़ावा दिया। जिसकी पुष्टि जांच टीम द्वारा किया गया है। श्री राय ने कहा कि इन खदानों में अवैध खनन व परिवहन की शिकायत लंबे समय से हो रही थी, जिसके बाद शासन स्तर से 12 सदस्यीय टीम ने बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र का औचक निरीक्षण कर दो दिनों में अपनी रिपोर्ट तैयार किया। जांच रिपोर्ट को सीधे खनन निदेशक को सौंपा गया जहां से उक्त कार्रवाई करने का आदेश जारी हुआ।