शौचालय निर्माण में गड़बड़ी के आरोपित वीडीओ पर एफआइआर
आदिवासी बहुल जनपद के भोले-भाले ग्रामीणों के नाम पर शासन से आने वाले धन का गबन करने का एक और ताजा मामला घोरावल विकास खंड के शिवद्वार में आया है। यहां सचिव व प्रधान ने मिलकर शौचालय निर्माण के नाम पर 5.52 लाख रुपये का गबन कर लिया। जब इस मामले की जब जांच हुई तो कार्रवाई के डर से प्रधान ने 2.76 लाख रुपये ग्राम पंचायत निधि में जमा कर दिया। जबकि सचिव ने गबन की गई धनराशि नहीं लौटाया। ऐसे में डीपीआरओ के निर्देश पर एडीओ पंचायत घोरावल ने कोतवाली पुलिस घोरावल को तहरीर देकर ग्राम विकास अधिकारी यानि सचिव पर एफआइआर कराया है।
जागरण संवाददाता, घोरावल (सोनभद्र): आदिवासी बहुल जनपद के भोले-भाले ग्रामीणों के नाम पर शासन से आने वाले धन का गबन करने का एक और ताजा मामला घोरावल विकास खंड के शिवद्वार में आया है। यहां सचिव व प्रधान ने मिलकर शौचालय निर्माण के नाम पर 5.52 लाख रुपये का गबन कर लिया। जब इस मामले की जब जांच हुई तो कार्रवाई की डर से प्रधान ने 2.76 लाख रुपये ग्राम पंचायत निधि में जमा कर दिया। जबकि सचिव ने गबन की गई धनराशि नहीं लौटाया। ऐसे में डीपीआरओ के निर्देश पर एडीओ पंचायत घोरावल ने पुलिस को तहरीर देकर ग्राम विकास अधिकारी यानि सचिव पर एफआइआर दर्ज कराया है।
पुलिस के मुताबिक सहायक विकास अधिकारी (एडीओ) पंचायत राम उदय ने तहरीर देकर बताया है कि ग्राम पंचायत शिवद्वार में कुल 176 शौचालय निर्माण के लिए धनराशि भेजी गई। ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी ने मिलकर पूरी धनराशि निकाल ली। लेकिन जांच में पता चला कि 20 शौचालय अपूर्ण और 110 पूर्ण हैं। यानि 46 शौचालय का कहीं पता ही नहीं है। ऐसे में 5.52 लाख रुपये का गबन किया गया। इस मामले में जिला पंचायत राज अधिकारी के निर्देशानुसार आधी-आधी धनराशि सचिव व प्रधान को पंचायत के निधि में जमा करने के लिए कहा गया। प्रधान ने अपने हिस्से की 2.76 लाख रुपये जमा कर दिया लेकिन ग्राम विकास अधिकारी हरिओम ¨सह ने जमा नहीं किया। बताया गया कि प्रधान राजकुमार व सचिव हरिओम को गबन की गई धनराशि जमा करने के लिए साथ नोटिस भी दी गई थी। उसके बाद प्रधान ने जमा किया। 2.76 लाख रुपये के गबन के आरोपित सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।