नामांकन के अंतिम दिन 10 ने भरा पर्चा
चोपन व रेणुकूट नगर पंचायत चेयरमैन पद के लिए होने वाले उप चुनाव में गुरुवार को नामांकन प्रक्रिया का अंतिम दिन रहा। इस दौरान चोपन चेयरमैन पद के लिए कुल छह लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। इस तरह से यहां कुल सात लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 14 जनवरी को मतदान और 16 जनवरी को मतगणना करायी जानी है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जनपद के दो नगर पंचायत चेयरमैन पद के उप चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन गुरुवार को कुल 10 लोगों ने नामांकन किया। इसमें चोपन चेयरमैन पद के लिए छह और रेणुकूट के लिए चार ने नामांकन किया। इस प्रकार चोपन और रेणुकूट चेयरमैन पद चुनाव के लिए क्रमश: सात और छह लोगों ने नामांकन किया है। अब शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 14 जनवरी को मतदान और 16 जनवरी को मतगणना कराई जाएगी।
राबर्ट्सगंज तहसील में चल रही चोपन की नामांकन प्रक्रिया में 19 दिसंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू की गई थी। रिटर्निंग आफिसर वाणिज्यकर के कमिश्नर राकेश सिंह ने बताया कि चोपन से चेयरमैन पद के लिए फरीदा बेगम ने बुधवार को नामांकन किया था। इसके साथ ही गुरुवार को विजय कुमार, सुशील, सत्यदेव, सत्य प्रकाश, स्वतंत्र साहनी और कमला ने नामांकन पत्र दाखिल किया। शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 30 दिसंबर को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक नाम वापसी के लिए समय निर्धारित है। 31 दिसंबर को चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे। 14 जनवरी को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा और 16 जनवरी को मतगणना करायी जाएगी। बता दें कि चोपन से भाजपा उम्मीदवार के रूप में सत्य प्रकाश तिवारी ने नामांकन किया है। उन्होंने दो सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया है।
वहीं रेणुकूट चेयरमैन पद चुनाव के लिए दुद्धी तहसील में गुरुवार को शारदा खरवार, ममता सिंह, निषा सिंह व प्रतिमा सिंह ने नामांकन किया। इससे पहले दो अन्य अनिल सिंह व राजपति साहनी ने नामांकन किया था। हत्या के बाद रिक्त हुए दोनों पद
चोपन और रेणुकूट नगर पंचायत चेयरमैन पद के लिए चुनाव वर्ष 2017 में हुआ था। चोपन चेयरमैन इम्तियाज अहमद ने सभी चेयरमैनों के साथ ही शपथ ग्रहण किया था। अक्टूबर 2018 में उनकी चोपन के ही ग्रेवाल पार्क में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसी तरह रेणुकूट नगर पंचायत चेयरमैन शिव प्रताप सिंह की 30 सितंबर 2019 को उनके आवास पर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद से ही दोनों पद रिक्त हैं।