महुअरिया के जंगल में दो शावकों के साथ मादा तेंदुआ ने डाला डेरा
घोरावल तहसील क्षेत्र के महुअरिया के जंगल में मादा तेंदुआ व उसके दो शावकों की गतिविधियों का सुराग मिलने से वन विभाग व इलाके में अफरा-तफरी मची हुई है। वन विभाग सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र में जागरूकता अभियान चला रहा है।
जागरण संवाददाता, शाहगंज (सोनभद्र) : घोरावल तहसील क्षेत्र के महुअरिया के जंगल में मादा तेंदुआ व उसके दो शावकों की गतिविधियों का सुराग मिलने से वन विभाग व इलाके में अफरा-तफरी मची हुई है। वन विभाग सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र में जागरूकता अभियान चला रहा है।
कैमूर वन्य जीव विहार महुआरिया में तेंदुएं की दस्तक ने आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण जंगल की तरफ जाने से कतराने लगे हैं।
कैमूर वन्य जीव विहार में वन विभाग के अनुसार एक मादा तेंदुआ व दो बच्चे मौजूद हैं। तीनों के पदचिह्न भी मिले हैं। इसके पूर्व भी इस वन्य जीव विहार में गर्मी के दिनों में कई बार पानी की तलाश में तेंदुए की आमद हो चुकी हैं। महुअरिया जंगल के रेंजर एके सिंह ने कहा कि विभाग को अलर्ट मोड पर कर दिया गया है। बताया कि वन्य जीव बिहार में घने जंगलों से घिरा आमदह जलप्रपात इनके लिए सबसे सुरक्षित जगह वर्तमान में बना हुआ है। यहां पानी की भी उपलब्धता है। वहीं जंगल से सटे आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से रात के समय तेंदुए की आवाज भी जंगल में लगातार गूंज रही है। इधर 10 दिनों से यह आवाजें सुनाई दे रही हैं। रेंजर एके सिंह ने बताया कि तेंदुआ एक जगह स्थाई नहीं रहते और यह एक स्थान से दूसरे स्थान तक घूमते रहते हैं। अभी गर्मी का मौसम है इसलिए यह यहां पर आई हो, भविष्य में अपना ठिकाना वह बदल ले। कहा कि आसपास के ग्रामीण इलाकों के लोगों को सजग कर दिया गया है।