पीसीएफ पर किसानों का 48 करोड़ का बकाया
जागरण संवाददाता सोनभद्र साधन सहकारी समितियों पर लक्ष्य से अधिक खरीद हो गइ।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : साधन सहकारी समितियों पर लक्ष्य से अधिक खरीद हो गई, लेकिन धान बेचने वाले किसान अपनी उपज का पैसा लेने के लिए चक्कर काट रहे हैं। महीनों से क्रय केंद्रों पर धान बेचने के बाद भी उनका भुगतान नहीं हो रहा है। किसानों का 48 करोड़ 64 लाख का भुगतान बकाया है। 72 घंटे में भुगतान करने का दावा यहां खोखला साबित हो रहा है। इस दुर्व्यवस्था से शनिवार को नाराज किसान ने धान जला दिया।
जिले में 75 केंद्रों के माध्यम से एक लाख 15 हजार टन खरीद का लक्ष्य शासन की तरफ से दिया गया है। इसमें अकेले ही पीसीएफ के 40 केंद्रों पर 33 हजार 500 टन खरीद करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसके सापेक्ष 36 हजार 694 टन यानी लक्ष्य से 109 फीसद खरीद हो गई है। 19 नवंबर को पीसीएफ प्रबंधक को धान खरीद में अनियमितता के बाद निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद से बेचे गए किसानों के धान का भुगतान नहीं हो पा रहा था। हालांकि मीरजापुर के क्षेत्रीय प्रबंधक को चार्ज मिलने के बाद किसानों का भुगतान शुरू हो गया है। साधन सहकारी समिति पर अब तक 6962 किसानों से खरीद हो गई है।
किसान ने जताई नाराजगी
बहुअरा साधन सहकारी समिति पर अपने धान की बिक्री के लिए एक सप्ताह से परेशान किसान तेजबली यादव निवासी हिनौता ने शनिवार को अपने धान में आग लगा दी। इस दौरान मौके पर मौजूद किसानों ने बीच-बचाव कर बाकी धान को बचा लिया। किसानों की धान के भुगतान के लिए 10 करोड़ आ गया है। बाकी पैसों की भी डिमांड की गई है। आने पर भुगतान कर दिया जाएगा।
- अंकुर कंचन, पीसीएफ प्रबंधक।