मरम्मत न होने से बिजली घर दे सकते हैं झटका
पूरे प्रदेश को बिजली की रोशनी से रोशन करने वाले अनपरा के तीनों बिजली घरों की ओवरहा¨लग निर्धारित समय से काफी पीछे चल रही है। ऐसे में कभी भी विद्युत गृहों का उत्पादन बाधित हो सकता है। पिछले दिनों अनपरा दौरे पर आये उत्पादन निगम के एमडी द्वारा भी आवश्यकता महसूस करते हुए मशीनों के अनुरक्षण के निर्देश जारी किए गए थे, इसके बावजूद अभी तक किसी भी परियोजना में इस दिशा में कवायद शुरू नहीं हुई है।
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : पूरे प्रदेश को बिजली की रोशनी से रोशन करने वाले अनपरा के तीनों बिजली घरों की मरम्मत निर्धारित समय से काफी पीछे चल रही है। ऐसे में कभी भी विद्युत गृहों का उत्पादन बाधित हो सकता है। पिछले दिनों अनपरा दौरे पर आये उत्पादन निगम के एमडी द्वारा भी आवश्यकता महसूस करते हुए मशीनों के अनुरक्षण के निर्देश जारी किए गए थे, इसके बावजूद अभी तक किसी भी परियोजना में इस दिशा में कवायद शुरू नहीं हुई है। प्रदेश वासियों को बिजली संकट से निजात दिलाने के लिए जल्द से जल्द मशीनों की मरम्मत कराया जाना निहायत जरूरी है।
अधिकारियों का कहना है कि जनवरी से लेकर अप्रैल तक के बीच में दो इकाइयों की मरम्मत की जाएगी। उत्पादन निगम के शेड्यूल के अनुसार जनवरी से फरवरी के बीच अनपरा-बी की पहली इकाई की मरम्मत होनी है। जबकि फरवरी मध्य से मार्च तक अनपरा-ए की पहली इकाई की मरम्मत की जाएगी। जानकारी के अनुसार अनपरा-ए की पहली इकाई की मरम्मत 2016 में की गई थी। यानि इस इकाई की मरम्मत को करीब तीन साल बीत गए हैं और अब अगले साल फरवरी में इसकी मरम्मत होनी है। जिसका खामियाजा आए दिन हो रही ट्रि¨पग के रूप में निगम को भुगतना पड़ रहा है। पिछले तीन-चार महीनों में अनपरा तापीय परियोजना की सभी इकाइयों में ट्रि¨पग की घटनाएं बढ़ गई हैं। वहीं तापीय परियोजना के अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत में पिछले कुछ सालों में काफी सुधार हुआ है। जब से यहां काम कर चुके अधिकारियों का प्रबंधन में प्रवेश हुआ है, मरम्म्त में तेजी आई है। इसको इससे भी समझा जा सकता है कि अगले साल लगातार दो इकाइयों की मरम्मत का शेड्यूल मिल गया है जबकि अगले कुछ महीनों में अन्य इकाइयों की मरम्मत का शेड्यूल भी मिल जाएगा।