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अब भी कई विकास कार्य अधूरे, सड़क बदहाल

कोन विकास खंड मुख्यालय से तकरीबन 50 किमी दूर प्राकृतिक आंचल में आबाद ग्राम पंचायत करहिया में अभी भी विकास की किरणें नहीं पहुंच सकी है। गांव में हैंडपंप विद्युतीकरण बंधी आदि के काम कराए गए हैं। कुछ जगहों पर सड़कें भी बनी हैं लेकिन बहुत से ऐसे काम अभी बाकी हैं जिनको कराया जाना बहुत जरूरी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 10:08 PM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 10:08 PM (IST)
अब भी कई विकास कार्य अधूरे, सड़क बदहाल

जागरण संवाददाता, दुद्धी(सोनभद्र) : कोन विकास खंड मुख्यालय से तकरीबन 50 किमी दूर प्राकृतिक आंचल में आबाद ग्राम पंचायत करहिया में अभी भी विकास की किरणें नहीं पहुंच सकी है। गांव में हैंडपंप, विद्युतीकरण, बंधी आदि के काम कराए गए हैं। कुछ जगहों पर सड़कें भी बनी हैं, लेकिन बहुत से ऐसे काम अभी बाकी हैं जिनको कराया जाना बहुत जरूरी है। विकास के साथ अन्य विभागों से होने वाले कार्य भगवान भरोसे ही दिखे।

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ग्रामीणों को चलने के लिए अभी तक पूरी तरीके से सड़कें नहीं बनाई गई हैं। तहसील मुख्यालय के लिए आने-जाने के लिए बनाई गई सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इसके चलते ग्रामीणों को आवागमन करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दो जूनियर हाईस्कूल एवं तीन प्राथमिक विद्यालय वाले इस गांव की भौगोलिक स्थिति ठीक नहीं है। मार्ग की दुर्दशा की वजह से अध्यापक समय से विद्यालय नहीं पहुंच पाते हैं। आठवीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए विद्यालय न होने से अस्सी फीसदी बच्चे पढ़ाई छोड़ मजदूरी में लग जाते हैं। अगर इंटर कालेज खुल जाए, तो कुछ हद तक शिक्षा की अलख इस गांव में जगाई जा सकती है। ग्रामीण राजकिशोर यादव ने बताया कि यहां अभी भी विकास कार्य की बहुत संभावनाएं है। तमाम विरोध के बावजूद दुद्धी से बेहद नजदीक इस गांव को करीब पचास किमी दूर कोन ब्लाक से जोड़ दिया गया है। ग्रामीण द्वारिका प्रसाद ने बताया कि महज दो साल पहले तहसील मुख्यालय आने-जाने के लिए बनाई गई सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। यातायात की सुगमता न होने से गांव में ऐसे कई बुजुर्ग एवं महिलाएं है, जिनके लिए दुद्धी तहसील पर जाना बहुत मुश्किल होता है। विमला देवी ने बताया कि गांव में स्कूल है, मास्टर नदारद रहते हैं। बुनियादी सुविधाओं को जैसे तैसे पूरा किया गया है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि अगले पंचवर्षीय में कुछ काम होने से समस्याओं का निदान हो सकता है।

इंटरमीडिएट कालेज की दरकार :

ग्राम पंचायत करहिया के बच्चों को आठवीं पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए विद्यालय नहीं है। 35 किलोमीटर दूर दुद्धी आने के बाद ही हाईस्कूल व इंटर कालेज हैं। इससे इस आदिवासी इलाके में रहने वाले मजदूरों के बच्चों के लिए इतना दूर जाकर पढ़ाई कर पाना संभव नहीं है। ग्रामीणों को आज भी इंटरमीडिएट कालेज की दरकार है। करहिया की चौहद्दी :

पूरब कुड़वा, पश्चिम कनहर नदी, दक्षिण डुमरा एवं उत्तर बोधाडीह व पड़रक्ष ग्राम पंचायतें हैं। जनसंख्या एवं मतदाता :

करहिया ग्राम पंचायत की आबादी लगभग सात हजार है और मतदाता 2875 है। इसमें से 1377 महिला एवं 1498 पुरुष मतदाता हैं। बजट के हिसाब से गांव में कराया गया काम

निवर्तमान ग्राम प्रधान राम किशुन चेरो ने बताया कि बजट के हिसाब से गांव में विद्युतीकरण, आवास, शौचालय, विधवा, वृद्धा एवं दिव्यांग लाभार्थियों को संचालित योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। हैंडपंपों को रिबोर कराकर ग्रामीणों को पेयजल से निजात दिलाने का प्रयास किया गया है। कुछ काम रह गए हैं जिनको कराया जाना है। मत्थे का आंकड़ा

50

किमी दूरी ब्लाक मुख्यालय से होने के चलते काफी परेशानी होती है। ग्रामीणों को किसी भी काम के लिए मुख्यालय पर जाने के लिए कई बार सोचना पड़ता है। 35

किमी की दूरी तय करना जाना पड़ता है तहसील दुद्धी। सड़कों की हालत ठीक नहीं होने से ग्रामीणों को वहां तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।


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