अन्नदाताओं की चेतावनी, मांग पूरी न होने पर करेंगे आंदोलन
जागरण संवाददाता सोनभद्र एक खतौनी पर 50 क्विटल तक ही धान की खरीद करने के आदेश को लेकर।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : एक खतौनी पर 50 क्विटल तक ही धान की खरीद करने के आदेश को लेकर किसानों में व्यापक आक्रोश है। बड़ी जोत वाले किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को जिलाधिकारी से मिला। उनसे खरीद की सीमा बढ़ाने की मांग की गई। किसानों ने कहा कि ज्यादातर किसान कर्ज लेकर खेती करते हैं। अब अगर पचास क्विंटल ही खरीद होगी तो वे कर्ज कैसे अदा करेंगे। बच्चों की पढ़ाई से लेकर अन्य खर्च तक संभालना मुश्किल होगा। चेतावनी दी कि अगर शीघ्र खरीद की सीमा नहीं बढ़ी तो किसान आंदोलित होंगे।
विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि छोटे किसान यानी जिनका धान पचास क्विंटल से कम होता है वे कम ही क्रय केंद्रों पर बेचते हैं। जो बेचते भी हैं तो उन्हें दिक्कत नहीं होती। आज भी ग्रामीण इलाके में कई ऐसे किसान हैं जिनके घर में एक ही खतौनी पर चार से छह हेक्टेयर तक खेती होती है। उन्होंने अपना उदाहरण दिया कि एक खतौनी पर आठ हेक्टेयर की खेती है। यानी करीब 320 क्विंटल धान बेचना है। आठ लाख रुपये उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण भी लिया है। जब पचास क्विटल ही धान की बिक्री होगी तो एक लाख रुपये भी नहीं मिलेगा। जबकि इतनी खेती करने में तीन लाख रुपये तो लागत ही आती है। ऐसे ही और भी किसान हैं। जो पचास क्विटल तक ही खरीद के नियम से परेशान हैं। उन्होंने इस सीमा को बढ़ाने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में शामिल सुरेश धर द्विवेदी, धनवंत सिंह ने बच्चों की पढ़ाई, कर्ज आदि समस्याओं को अवगत कराया। किसानों ने कहा कि अगर शीघ्र हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो ट्रैक्टर-ट्राली से धान भरकर हजारों की संख्या में किसान सड़क पर उतरेंगे। किसानों ने इस समस्या की ओर जनप्रतिनिधियों का भी ध्यान आकृष्ट कराया।