बिजली कार्मिक प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग
मथुरा में अवर अभियन्ता की गोली मारकर की गयी हत्या के बाद विद्युतकर्मियों में उबाल बढ़ते जा रहा है। इसके अलावा नैनी प्रयागराज एवं लोनी गाजियाबाद सहित बिजली अभियंताओं पर हुए जानलेवा हमलों को लेकर विद्युत कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : मथुरा में अवर अभियन्ता की हत्या के बाद विद्युतकर्मियों में उबाल बढ़ते जा रहा है। इसके अलावा अन्य जगहों पर बिजली अभियंताओं पर जानलेवा हमलों को लेकर कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आरोपितों को गिरफ्तार कर रासुका लगाने तथा बिजली अभियंताओं एवं कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए बिजली कार्मिक प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है। समिति ने कहा है कि भय के माहौल में बिजली चोरी चेकिग व राजस्व वसूली आदि कार्यों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने बताया कि मथुरा में पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी देते हुए एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए। राजस्व वसूली के लिए मॉर्निंग, नाइट एवं मास रेड जैसे विशेष अभियान बिना पुलिस बल के न कराए जाएं। इसके लिए तत्काल क्षेत्रीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए जाएं। बिजली अभियंताओं एवं उनकी टीम के सदस्यों के साथ अभद्रता करने वालों के विरुद्ध तत्काल मुकदमा दर्ज कर 24 घंटे के भीतर उनकी गिरफ्तारी का नियम बनाया जाये।
बताया कि सभी उपकेंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायें। विभाग के सभी नियमित कार्य एवं बैठक कार्यालय संचालन प्रात: 10 बजे से शाम पांच बजे के मध्य ही किए जाएं। उपभोक्ताओं से एकत्रित धनराशि को लाने व ले जाने के लिए कैश वाहन मय सुरक्षा गार्ड व्यवस्था की जाए।