वाहन रैली निकालकर आग से बचाव का बताया तरीका
आओ मिलकर आग से राष्ट्रीय सम्पत्ति की सुरक्षा करें व सावधानी बरतें इन नारों के साथ सोमवार को जनजागरण किया गया। अग्निशमन ुसुरक्षा सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर अग्निशमन विभाग ने जुलूस निकाला। इस दौरान आग से बचाव का तरीका बताते हुए सुरक्षा के ²ष्टि से क्या करें इसके बारे में बताया गया। वाहन रैली उरमौरा स्थित अग्निशमन विभाग के कार्यालय से राबर्ट्सगंज तक निकाली गई। इस दौरान लोगों को आग से बचाव के दौरान कैसे काम करें इसका अभ्यास भी कराया गया। इस मौके पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी धीरेंद्र सिंह यादव ने विस्तार से जानकारी दी। लालचंद्र जनार्दन दुबे संतोष रामआशीष सिंह आदि मौजूद थे।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : आओ मिलकर आग से राष्ट्रीय संपत्ति की सुरक्षा करें व सावधानी बरतें, इस नारे के साथ सोमवार को जनजागरण किया गया। अग्निशमन सुरक्षा सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर अग्निशमन विभाग ने जुलूस निकाला। इस दौरान आग से बचाव का तरीका बताते हुए सुरक्षा की ²ष्टि से क्या करें इसके बारे में बताया गया। वाहन रैली उरमौरा स्थित अग्निशमन विभाग के कार्यालय से राबर्ट्सगंज तक निकाली गई। इस दौरान लोगों को आग से बचाव कैसे करें इसका अभ्यास भी कराया गया। इस मौके पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी धीरेंद्र सिंह यादव ने विस्तार से जानकारी दी। जहां लालचंद्र, जनार्दन दुबे, संतोष, रामआशीष सिंह आदि मौजूद थे।
विभाग का सुझाव : बिस्तर पर लेट कर धूम्रपान न करें। चिलम की आग को पूर्ण रूप से बुझा दें। बीड़ी, सिगरेट के टुकड़े को पैर से कुचलकर बुझा दें। खलिहान के पास पानी से भरे घड़े व मिट्टी के ढेर तैयार रखें। ट्रांसफार्मर के नीचे खलिहान न बनाएं।
महिलाओं के लिए : चूल्हे की जलती बची लकड़ी को बुझा कर रखें। राख किसी गड्ढे में ही डालें। लालटेन जलाते समय सावधानी बरतें। लैंप सुरक्षित स्थान पर ही रखें। नाबालिग बच्चों को खाना बनाते समय रसोई घर में न जाने दें। खाना पकाते समय ढीले कपड़े न पहनें। गैस चूल्हे को हमेशा गैस सिलेंडर से ऊपर रखकर ही खाना बनाएं। लीकेज की दशा में हमेशा रेग्यूलेटर की नाब को बंद कर दें। ज्वलनशील सामग्री से दूर रखें। रात में सोने से पहले गैस सिलेंडर की नाब बंद करना न भूलें।
दिए गए अन्य सुझाव : अग्निशमन विभाग के लोगों ने किसानों व ग्रामीणों को भी आग से बचाव का तरीका बताया। कहा कि खलिहान तालाब के निकट या अन्य पानी के साधनों के निकट बनाएं। खलिहान से कम से कम 100 फीट की दूरी पर खाना बनाएं। ध्रूमपान न करें। चिराग का प्रयोग करने के पश्चात पूर्ण रूप से बुझा दें।