शहद व टमाटर प्रोसेसिग प्लांट को कार्ययोजना
सोनभद्र उद्यान विभाग की योजनाओं को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बने समूहों से जोड़ा जाएगा। साथ ही शहद उत्पादन व टमाटर के सूखे पाउडर अर्क निकालने के लिए प्रोसेसिग यूनिट की स्थापना के लिए शीघ्र ही कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इससे जहां जिले में भी लारवा मुक्त शहद का उत्पादन होगा वहीं टमाटर को भी पहचान मिलेगी।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : उद्यान विभाग की योजनाओं को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बने समूहों से जोड़ा जाएगा। साथ ही शहद उत्पादन व टमाटर के सूखे पाउडर, अर्क निकालने के लिए प्रोसेसिग यूनिट की स्थापना के लिए शीघ्र ही कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इससे जहां जिले में भी लारवा मुक्त शहद का उत्पादन होगा वहीं टमाटर को भी पहचान मिलेगी। समूहों के सोन बाजार पर इसकी बिक्री होगी तो महिलाएं आर्थिक रूप से समृद्ध होंगी।
जिलाधिकारी एस राजलिगम ने मंगलवार को औद्योगिक विकास योजनाओं के कार्यक्रमों की समीक्षा किए। उन्होंने कहा कि योजनाओं को पारदर्शी बनाया जाए। अच्छे किस्म की सब्जियों को कम कीमत पर यानी नागरिकों तक पहुंचाने की व्यवस्था के लिए भी कहा। प्रधान मंत्री कृषि सिचाई योजना पर ड्रॉप मोर क्रॉप माइक्रो एरिगेशन के तहत ड्रिप सिचाई पद्धति, पोर्टेबल स्प्रिंकलर, माइक्रो स्प्रिंकलर, मिनी स्प्रिंकलर, रेनगन, प्रशिक्षण, प्रशासनिक मद के तहत 16 करोड़ 69 लाख का अनुमोदन सर्व सम्मति से प्रदान किया। एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत वर्ष-2020-21 में प्राप्त कार्ययोजना पर विचार-विमर्श किया, जिसमें रोग रहित सब्जी एवं अंकुर का उत्पादन, केला-पपीता-आम-अमरूद व संतरा नवीन उद्यान रोपण, संकर सब्जी की खेती, गेंदा फूल की खेती, लहसुन, प्याज की खेती, नेचुरली वैन्टीलेटेड सिस्टम निर्माण, कास्ट ऑंफ प्लानिग मैटेरियल आदि पर चर्चा हुई। इसमें सीडीओ एके द्विवेदी, डीएफओ संजीव कुमार, डीडीओ रामबाबू त्रिपाठी, उप निदेशक उद्यान पंकज कुमार शुक्ला, उद्यान अधिकारी सुनील शर्मा आदि मौजूद थे।