बीएस-4 एक हजार बाइकों के पंजीकरण पर संकट
सोनभद्र बीएस-4 वाहनों के पंजीकरण पर रोक लगा दी गई है। इस वजह से जिले में करीब एक हजार वाहनों के पंजीकरण का संकट खड़ा है। इस वजह से डीलरों व वाहन खरीदने वालों में आए दिन किच-किच होती रहती है। जिन वाहनों के पंजीकरण पर संकट है वे वह हैं जिन्हें लॉकडाउन अवधि में मिली छूट का फायदा उठाकर डीलरों ने मनमानी तरीके से बेचा है।
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जागरण संवाददाता, सोनभद्र : बीएस-4 वाहनों के पंजीकरण पर रोक लगा दी गई है। इस वजह से जिले में करीब एक हजार वाहनों के पंजीकरण का संकट खड़ा है। इस वजह से डीलरों व वाहन खरीदने वालों में आए दिन किच-किच होती रहती है। जिन वाहनों के पंजीकरण पर संकट है वे वह हैं जिन्हें लॉकडाउन अवधि में मिली छूट का फायदा उठाकर डीलरों ने मनमानी तरीके से बेचा है।
पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए बीएस-4 वाहनों की बिक्री पर रोक लगी। धीरे-धीरे इसे अमलीजामा भी पहनाया जाने लगा। इसी बीच लॉकडाउन लगा तो वाहनों की बिक्री बंद हो गई। बाद में लॉकडाउन अवधि को लेकर जब छूट दी गई तो कुछ डीलरों ने चंद तिथियों में ही हजारों वाहन बेच दिए। जो लोग वाहन खरीदने आए उनसे वादा भी कर दिए कि उनके वाहन का पंजीकरण हो जाएगा, कोई दिक्कत नहीं होगी। मार्च के बाद से अब जब पंजीकरण नहीं हुआ तो लोग डीलरों के यहां चक्का लगा रहे हैं। डीलरों द्वारा आज-कल कहकर वापस किया जा रहा है। जिले में छोटी-बड़ी दो दर्जन वाहन बिक्री एजेंसियों से बेचे गए करीब एक हजार वाहनों का पंजीकरण अभी तक नहीं हो सका। क्या है मामला--
लॉकडाउन में बीएस-4 वाहनों की बिक्री न होने के कारण सुप्रीम कोर्ट ने स्टॉक के दस फीसद वाहन दस दिनों के अंदर बेचने की अनुमति दी थी। इन आदेशों को दरकिनार कर डीलरों ने दस फीसद से अधिक वाहनों को बेच दिया। यानी जो वाहन दस फीसद से अधिक वाली श्रेणी में बेचे गए उनके स्वामियों से डीलरों का विवाद होने की स्थिति है।
उच्च स्तर से मिले निर्देश के अनुसार वाहनों का पंजीकरण किया गया। जिन डीलरों ने अधिक वाहन बेचा है उनका पंजीकरण नहीं किया गया है। संबंधित डीलरों से इसकी सूची भी मांगी गई है।
- अनिल मिश्रा, एडीआरओ-प्रशासन